District Adminstrationकिशनगंजबिहारब्रेकिंग न्यूज़स्वास्थ्य

किशनगंज : आशा कार्यकर्ताओं के डिजिटल सशक्तिकरण की बड़ी पहल: 23 अगस्त को सभी पीएचसी पर विशेष शिविर

स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं के क्रियान्वयन में निभाएंगी और भी अहम भूमिका, m-Asha ऐप पर प्रशिक्षण अनिवार्य

किशनगंज,21अगस्त(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में आशा कार्यकर्ताओं और आशा फैसिलिटेटरों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से 23 अगस्त को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) पर विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। राज्य स्तरीय निर्देशों के तहत आयोजित इस शिविर का उद्देश्य आशा कार्यकर्ताओं को आयुष्मान भारत योजना और आभा कार्ड से जोड़ते हुए उन्हें डिजिटल प्रणाली से प्रशिक्षित करना है।

स्वयं बनाएंगी अपना आयुष्मान और आभा कार्ड

इस पहल के तहत प्रत्येक आशा कार्यकर्ता सबसे पहले खुद का आयुष्मान और आभा कार्ड बनाएगी। इसके लिए उन्हें अपने मोबाइल फोन में Ayushman Bharat Digital Mission (ABDM) ऐप डाउनलोड करना होगा। यही अभ्यास उन्हें समुदाय स्तर पर लाभार्थियों से जोड़ने के लिए सक्षम बनाएगा।

m-Asha ऐप पर काम की मिलेगी ट्रेनिंग

शिविर के दौरान सभी आशाओं को m-Asha ऐप के उपयोग, डेटा एंट्री प्रक्रिया और कार्ड बनाने की तकनीकी जानकारी दी जाएगी। हर आशा को कम से कम एक ANC, एक हाउसहोल्ड, एक लाभार्थी और एक आभा कार्ड की प्रविष्टि खुद करनी होगी।

अनिवार्य उपस्थिति के निर्देश

जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी आशा और फैसिलिटेटर को आधार कार्ड व सर्वे रजिस्टर के साथ शिविर में अनिवार्य रूप से उपस्थित होना होगा। सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा, “आशा कार्यकर्ता हमारे स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ हैं। उनका डिजिटल सशक्तिकरण प्राथमिकता में है।”

भीड़ से बचाव के लिए दो शिफ्टों में आयोजन

शिविर को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु इसे दो शिफ्टों में आयोजित किया जाएगा ताकि भीड़ से बचते हुए प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। DQAC सुमन सिन्हा ने बताया कि AO के निर्देश हैं कि कोई भी आशा बिना आयुष्मान और आभा कार्ड के न रहे। साथ ही उसी दिन से m-Asha पर कार्य प्रारंभ हो जाए।

स्वास्थ्य योजनाओं के अंतिम पंक्ति तक पहुंच का माध्यम बनेंगी आशाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि आशा कार्यकर्ताओं को जब डिजिटल प्रशिक्षण का प्रत्यक्ष अनुभव होगा, तो वे दूरदराज और वंचित समुदायों तक सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचा पाएंगी। इस पहल से न केवल सेवाओं की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि गरीब वर्ग को समय पर स्वास्थ्य सुरक्षा का लाभ भी मिलेगा।

यह विशेष शिविर आशा कार्यकर्ताओं को नई तकनीक और स्वास्थ्य योजनाओं के साथ जोड़ने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!