किशनगंज : वार्ड सदस्य ने पंचायत में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप, जांच की मांग
पंचायत में जितने भी योजनागत खर्च किए गए हैं, उन सभी में सरफराज आलम के हस्ताक्षर पाए जाते हैं: मोहदीस आलम

किशनगंज,28 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, दिघलबैंक प्रखंड अंतर्गत सुधान दिघी पंचायत के वार्ड संख्या-8 के वर्तमान वार्ड सदस्य मोहदीस आलम ने पंचायत में गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शनिवार को जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग की है।
वार्ड सदस्य ने जिलाधिकारी विशाल राज को सौंपे गए लिखित आवेदन में बताया है कि पंचायत की मुखिया शायदा बेगम और ग्राम सेवक प्रेम कुमार ने 15वीं वित्त आयोग की योजनाओं को बिना किसी वार्ड सदस्य की बैठक और वित्तीय समिति की सहमति के ही पारित करा लिया है।एक चौंकाने वाला आरोप यह भी है कि ग्राम सभा की बैठकों में मुखिया स्वयं उपस्थित नहीं होतीं, बल्कि उनकी जगह मुखिया का पुत्र सरफराज आलम उपस्थित होकर फैसले करता है। मोहदीस आलम का दावा है कि पंचायत की अधिकांश योजनाओं में हुए भुगतान दस्तावेज़ों में शायदा बेगम के फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया गया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनरेगा से लेकर 15वीं वित्त आयोग तक की योजनाओं में करोड़ों रुपये का गबन किया गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
वार्ड सदस्य ने चेताया है कि यदि समय रहते भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया गया तो जनहित की योजनाएं सिर्फ कागजों पर सिमट कर रह जाएंगी।