**बिहार में 28 सिंतबर से खुलेंगे स्कूल – नर्सरी से 8वीं तक की कक्षा बंद रहेंगे*।।…

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 23 सितम्बर :: कोरोना काल में बिहार में 28 सितंबर से स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है, लेकिन नर्सरी से 8वीं तक की कक्षा बंद रहेंगे।
सूत्रों ने बताया कि सरकार की ओर से स्टूडेंट्स और स्कूल प्रशासन के लिए जल्द ही विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी। कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि एक बच्चा सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही स्कूल जा सकेंगे। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन करते हुए स्कूल जाने की अनुमति होगी। विगत 14 मार्च से कोरोना महामारी के कारण बिहार के शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।
केंद्र सरकार की ओर से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन में क्लास 9th से 12th तक के बच्चों को 21 सितंबर से स्कूल जाने की अनुमति दी गई है, जिसमें पेरेंट्स के परमिशन से ही बच्चों को स्कूल भेजने की बात कही गई है।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि सभी स्कूलों को कोविड प्रोटोकॉल का ख्याल रखना होगा। इसके साथ ही सप्ताह में एक बच्चे दो ही दिन जा सकेंगे। स्कूल जाने का फैसला बच्चे के अभिभावक पर निर्भर करेगा। सरकार के मुताबिक स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।
*छात्रों के लिए गाइडलाइन है कि-*
* स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें।
* अपने पेन, पेंसिल, कॉपी, किताबें आदि किसी से साझा नहीं करें।
* प्रैक्टिकल क्लासेस अभी नहीं होगी।
* स्कूल में इधर उधर नहीं घूमें।
* मास्क लगाकर स्कूल परिसर में रहें।
*सेनेटाइजर साथ में रखें।
*इन लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंधित रहेगा –*
* बुर्जुग शिक्षक या बुर्जुग स्टॉफ को नहीं बुलाया जायेगा।
* क्वारंटाइन जोन वाले इलाके के छात्र और शिक्षक नहीं आएंगे स्कूल
सर्दी जुकाम वाले छात्रों को आने की मंजूरी नहीं देगी।
* एलर्जी का लक्ष्ण वाले शिक्षक स्कूल नहीं आएंगे।
* जिन शिक्षक या छात्र के परिवार या आस परोड़ में किसी को कोरोना हुआ है तो वो नहीं आयेंगे।
*स्कूलों में ये तैयारी रखनी है-*
* स्कूल परिसर को कई बार सेनेटाइज किया जाएगा।
* स्कूल में प्रवेश के हर गेट को खोला जायेगा।
*क्लास के अंदर छह फीट की दूरी पर बेंच लगायी जाएगी।
* एक समय में एक सेक्शन के दस बच्चे को ही बुलाया जायेगा।
* एक कक्षा में पांच से छह बच्चे ही बैठेंगे।
* मास्क लगा कर नहीं आने वाले बच्चों को मास्क देकर ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा।
* आक्सीजन लेवल जांचने के लिए आक्सीमीटर रहेगा।
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