किशनगंज : जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित शुभम को सफल इलाज के लिए भेजा गया पटना।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत हुआ निःशुल्क उपचार।
- जरूरतमंदों को आरबीएसके टीम की सहयोग से मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सुविधा।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) बच्चों को सुविधाजनक तरीके से समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक नई पहल है। इसी क्रम में जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित जिले के बहादुरगंज प्रखंड के शुभम बसाक को सफल इलाज के लिए सदर अस्पताल से मंगलवार को इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पटना के लिए एम्बुलेंस से भेजा गया। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि हृदय में छेद के साथ जन्में जिले के कई बच्चों की मुफ्त व सफल सर्जरी हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि आरबीएसके में शामिल मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का समुचित इलाज हो रहा और पीड़ित बच्चे स्वस्थ्य भी हो रहे हैं, जो आरबीएसके टीम की सकारात्मक पहल का परिणाम है। इसके लिए जिले में पीएचसी से लेकर जिला स्तर के अस्पतालों में तैनात आरबीएसके टीम क्षेत्र भ्रमण कर ऐसे बच्चों को ना सिर्फ चिह्नित कर रहे बल्कि, उसका निःशुल्क समुचित इलाज भी सुनिश्चित करवा रहे हैं। ताकि पीड़ित बच्चे को सुविधाजनक तरीके से सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ मिल सके। साथ हीं लोगों में सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं के प्रति विश्वास बढ़े तथा उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी मिल सके। वहीं, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी दी जा रही और लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। जिससे अधिकाधिक लोग सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का सुविधाजनक तरीके से लाभ ले सकें और अनावश्यक परेशानियाँ से दूर रहें। सिविल सर्जन ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों को किसी प्रकार की गंभीर समस्या होने पर आईजीआईएमएस, एम्स, पीएमसीएच भेजा जाता है। टीम में शामिल एएनएम, बच्चों का वजन, उनकी लंबाई व सिर एवं पैर आदि की माप व नाप तौल आदि करती हैं। फार्मासिस्ट रजिस्टर में स्क्रीनिंग किये गये बच्चों का ब्योरा तैयार करते हैं। वही सभी बच्चों को चार मुख्य समस्याओं पर केंद्रित किया जाता है। इनमें डिफेक्ट एट बर्थ, डिफिशिएंसी डिजीज, डेवलपमेंट डीले तथा डिसेबिएलिटी आदि शामिल हैं। इससे जुड़ी सभी तरह की बीमारी या विकलांगता को चिह्नित कर इलाज किया जाता है। आरबीएसके के जिला समन्वयक ब्रहमदेव शर्मा ने बताया कि समाज के अंतिम व्यक्ति को भी सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके, इसके लिए हमारी टीम इलाके का भ्रमण कर जरूरतमंदों को चिह्नित कर उन्हें सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करती है।
यही नहीं, जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने तक हमारी टीम जरूरी सहयोग भी करती है। ताकि लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और सभी लोगों को सुविधाजनक तरीके से सरकारी स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सके। वहीं, उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हमारी टीम तैनात है। जिसमें 02 चिकित्सक, 01 एएनएम और फर्मासिस्ट शामिल हैं। वहीं, उन्होंने तमाम जिले वासियों से अपील किया है कि जिनका भी बच्चा हृदय रोग से पीड़ित है वह अपने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र आकर हमारी टीम को सूचना दें। उनके बच्चे का पूरी तरह निःशुल्क समुचित इलाज करवाया जाएगा।