किशनगंज सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद आज़ाद ने एएमयू केंद्र में नियुक्तियों में देरी को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री से की मुलाक़ात

नई दिल्ली/किशनगंज,05अगस्त(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, किशनगंज के सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद आज़ाद ने मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाक़ात कर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) किशनगंज केंद्र में शिक्षण एवं गैर-शिक्षण पदों की नियुक्तियों में हो रही अनावश्यक देरी पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने इस विषय पर मंत्रालय से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की।
डॉ. आज़ाद ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिनांक 12 अप्रैल 2024 को पत्र संख्या D.O. No. 3-10/2024-CU-V के माध्यम से स्पष्ट निर्देश जारी किए गए थे, जिसके अनुसार एएमयू किशनगंज केंद्र हेतु ‘समर्थ पोर्टल’ के माध्यम से प्रस्ताव प्रस्तुत करना आवश्यक था। इस निर्देश के अनुपालन के लिए उन्होंने स्वयं दिनांक 06 जुलाई 2024 को एएमयू कुलपति से भेंट कर एक औपचारिक पत्र (संदर्भ संख्या MJ/LS/24/54) सौंपा था।
हालांकि, इसके बावजूद अब तक न तो प्रस्ताव भेजा गया है और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम उठाया गया है। सांसद डॉ. आज़ाद ने इसे न केवल मंत्रालय के निर्देशों की अवहेलना, बल्कि किशनगंज जैसे पिछड़े क्षेत्र के शैक्षणिक विकास के साथ अन्याय बताया।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि प्रस्ताव की इस अस्वीकार्य देरी के कारण राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के निर्देशों के चलते निर्माण कार्यों में आ रही रुकावटों को दूर नहीं किया जा सका है। जब तक समुचित स्टाफिंग एवं ढाँचागत संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं होती, तब तक केंद्र को पूर्णतः क्रियाशील बनाना संभव नहीं है।
सांसद ने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि वे एएमयू प्रशासन को तत्काल निर्देश दें कि वे ‘समर्थ पोर्टल’ के माध्यम से प्रस्ताव प्रस्तुत करें, ताकि मंत्रालय आवश्यक पद स्वीकृति एवं बजटीय आवंटन की प्रक्रिया शीघ्र आरंभ कर सके।
उन्होंने यह भी कहा कि किशनगंज केंद्र के विकास के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक है, और किसी भी प्रकार की देरी यहां के छात्रों के भविष्य के साथ अन्याय होगी।