किशनगंज : ऋण वितरण शिविर कैम्प का हुआ आयोजन
लगभग 01 करोड़ 52 लाख रुपए का ऋण वितरित किया गया
किशनगंज, 03 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी विशाल राज के निर्देशानुसार वरीय उप समाहर्ता अमरेंद्र कुमार पंकज की अध्यक्षता में मंगलवार को समाहरणालय के महानंदा सभागार में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना एवं पी.एम. विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत लाभुकों के बीच ऋण वितरण हेतु ऋण वितरण शिविर, कैम्प का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के 9 सैंशन लाभुको को 116 लाख 05 हजार रूपए की स्वीकृत ऋण प्रदान की गई जिसमें 07 लाभुकों को 86 लाख 50 हजार रूपए की स्वीकृत ऋण वितरण किया गया। प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के 4 सैंशन लाभुको को 29 लाख 50 हजार रूपए की स्वीकृत ऋण प्रदान की गई जिसमें 02 लाभुक को 13 लाख 15 हजार रूपए की स्वीकृत ऋण वितरण किया गया एंव पी.एम. विश्वकर्मा योजना के 6 लाभुकों को 6 लाख रूपए का ऋण वितरण किया गया।
गौर करे कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एक प्रमुख क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक कारीगरों और बेरोजगार युवाओं की सहायता करना और गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्व-रोजगार के अवसर पैदा करना है। प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना का उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के असंगठित क्षेत्र में मौजूदा एकल सूक्ष्म उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और इस क्षेत्र के औपचारिककरण को बढ़ावा देना तथा किसान उत्पाद संगठनों (FPO), स्वयं सहायता समूहों (SHG) और उत्पादक सहकारी समितियों को उनकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के साथ-साथ समर्थन देना है। वहीं पी.एम. विश्वकर्मा योजना के ज़रिए सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों की मदद करती है। इसके तहत कारीगरों और हस्तशिल्प श्रमिकों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र दिया जाता है तथा इसके आधार पर उपस्कर क्रय हेतु इन्हें ब्याज़ मुक्त लोन दिया जाता है।
इस अवसर पर उप सचिव के द्वारा सभी लाभुकों को हार्दिक शुभकामनाएं दी गई। उप सचिव ने बैंकों के सहयोग के लिए उनकी प्रशंसा भी की। कार्यक्रम में राधेश्याम झा उप सचिव (उद्योग विभाग), महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, अनिल कुमार मंडल, एलडीएम इंदु शेखर के साथ बैंककर्मी और योजना के लाभार्थी उपस्थित रहे।