किशनगंज : मासूम इमाद की खिलखिलाहट: RBSK कार्यक्रम से जन्मजात बहरेपन पर मिली विजय
स्वास्थ्य विभाग ने हमारे बेटे को नई जिंदगी दी" — पिता मोजनुर रहमान

किशनगंज,12सितंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, गरीबी में जन्म लेना एक चुनौती है, लेकिन जब कोई बच्चा जन्म से ही सुन नहीं सकता हो, तो वह परिवार के लिए किसी पहाड़ जैसी मुश्किल बन जाती है। किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड अंतर्गत कालोगड़ा गांव निवासी 16 माह के इमाद रहमान की कहानी भी कुछ ऐसी ही थी। लेकिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) ने इस मासूम की ज़िंदगी में वह उजाला भर दिया, जिसकी कल्पना उसके परिवार ने भी नहीं की थी।
इमाद के पिता मोजनुर रहमान ने बताया कि जन्म के बाद जब उन्होंने देखा कि उनका बच्चा आवाजों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता, तो उनका दिल बैठ गया। आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि इलाज करवाना असंभव लग रहा था। मगर उसी वक्त RBSK की टीम ने गाँव में नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान इमाद की समस्या को पहचाना और तत्काल उच्चस्तरीय इलाज के लिए चयनित किया।
सरकारी योजना बनी उम्मीद की किरण
RBSK के तहत इमाद को एम्स पटना भेजा गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों ने सफल कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की। आज वही बच्चा, जो कभी एक आवाज तक नहीं सुन पाता था, अब अपनी खिलखिलाहट से पूरे घर में रौनक फैला रहा है। यह केवल इमाद के लिए नहीं, बल्कि किशनगंज स्वास्थ्य विभाग के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।
“यह किसी चमत्कार से कम नहीं” — इमाद के पिता
भावुक पिता मोजनुर रहमान ने कहा, “हम बहुत गरीब हैं। हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि बेटे का इतना बड़ा ऑपरेशन हो पाएगा। स्वास्थ्य विभाग और RBSK की वजह से आज हमारा बच्चा हँस रहा है, खेल रहा है। यह हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। हम दिल से सरकार का धन्यवाद करते हैं।”
“हर बच्चा इलाज से वंचित न रहे” — सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा,
“इमाद का केस प्रेरणादायक है। RBSK कार्यक्रम केवल इलाज नहीं करता, यह जिंदगी बदलता है। हमारा प्रयास है कि जिले का कोई भी बच्चा चिकित्सा सुविधा से वंचित न रहे।”
“सरकार की प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण” — जिलाधिकारी विशाल राज
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “इमाद का सफल ऑपरेशन इस बात का प्रमाण है कि सरकार हर बच्चे तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने को लेकर गंभीर और प्रतिबद्ध है। यह एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की उम्मीद की कहानी है। हमारी कोशिश है कि कोई भी मासूम अपनी मुस्कान से वंचित न रहे।”
“असंभव को संभव बना रही है योजना” — डॉ. मुनाजिम
जिला कार्यक्रम प्रबंधक, डॉ. मुनाजिम ने कहा,
“RBSK का उद्देश्य जन्मजात बीमारियों से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उनका नि:शुल्क इलाज कराना है। इमाद की कहानी इस बात का प्रमाण है कि सही समय पर किया गया प्रयास चमत्कार ला सकता है।”
प्रेरणा की मिसाल: इमाद की मुस्कान
इमाद की खिलखिलाहट केवल उसके परिवार की खुशी नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य विभाग की प्रतिबद्धता और सरकारी योजनाओं की सफलता की प्रतीक बन चुकी है। RBSK कार्यक्रम के माध्यम से किशनगंज जिले में अब तक सैकड़ों बच्चों को नया जीवन मिला है — और इमाद रहमान उनमें सबसे चमकता हुआ नाम है।
 
				


