किशनगंज : महागठबंधन चट्टानी एकता के साथ बना रहेगा : अंजार नईमी

तेजस्वी यादव परिपक्व नेता हैं बिहार की जनता की इनसे बहुत उम्मीदें जुड़ी हैं।किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के बहादूरगंज विधान सभा क्षेत्र से राजद विधायक अंजार नईमी ने रविवार को क्षेत्र भ्रमण से वापसी के बाद जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा के हालिया बयानों पर कहा कि उनके बयानबाजी से महागठबंधन की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। क्यूंकि मुख्यमंत्री नितीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन चट्टानी एकता के साथ काम कर रहा है। आने वाले दिनों में महागठबंधन इसी मज़बूती के साथ काम करता रहेगा। विधायक अंजार नईमी ने कहा कि जहाँ सीएम नितीश कुमार एक सूलझे हुये विकास पुरूष नेता हैं वहीं उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक परिपक्व नेता हैं जो बिहार को विकास की उंचाई पर ले जाने के लिये पूरी ईमानदारी और तन्मयता से लगे हैं। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश में महागठबंधन सरकार की यह पहली प्राथमिकता है कि न्याय के साथ विकास हो और समाज के अंतिम पंक्ति में भी खड़े व्यक्ति तक विकास की रौशनी पहुँचे। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि सीएम नितीश कुमार ने कभी यह नहीं कहा कि वह प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं अलबत्ता उनका यह स्पष्ट कहना है कि जनविरोधी भाजपा को केन्द्र की सत्ता से बेदखल करने के लिये वह तमाम विपक्षी पार्टियों को एकजुट करेंगे और देश में जो है वह स्पष्ट बता रहा है की 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया तय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नितीश कुमार 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में खूले मन से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश कर रहे हैं। अंजार नईमी ने कहा कि हीरे की कद्र जौहरी ही कर सकता है और मुख्यमंत्री नितीश कुमार तेजस्वी यादव की योग्यता को जान रहे हैं कि उनके बाद बिहार को विकास के पथ पर तेजस्वी यादव ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार तेज़ी से विकास कर रहा है और बिहार का विकास आने वाले समय में पुरे देश के लिए माॅडल होगा। सीएम नितीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के काम से पुरे देश में बिहार का नाम गौरवांवित हो रहा है। अंज़ार नईमी ने आगे कहा कि सीएम नीतीश कुमार में पीएम मटेरियल है और प्रधानमंत्री के लिये वह सबसे लायक व्यक्ति हैं। यदि वह देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो यह देश का सौभाग्य होगा। उन्होंने कहा कि विरोधीयों के द्वारा कूछ खास लोगों को मोहरा बना कर महागठबंधन सरकार को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया गया था। मगर उसमें विरोधियों की कोई चाल काम नहीं आई।