किशनगंज : शतरंज प्रशिक्षण से खिलाड़ियों ने उठाया लाभ..

किशनगंज/धर्मेंद्र सिंह शतरंज खेलना अब विद्यार्थियों के लिए जरूरी बनता जा रहा है क्योंकि यह सिर्फ एक खेल ही नहीं है बल्कि इसके माध्यम से विद्यार्थियों का तर्क शक्ति विकसित होता है।आज के दिन मैं अपने समाज के बच्चों में इसी तर्क शक्ति का अभाव देखा जा रहा है इसलिए नई शिक्षा नीति में अब विद्यार्थियों का शतरंज खेलना अपरिहार्य बनाया जा रहा है उक्त बातें ठाकुरगंज प्रखंड के अंतर्गत कादोगांव के सामाजिक कार्यकर्ता कौशिक साहा ने एक निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर कहीं।मौका था जिला शतरंज संघ द्वारा स्थानीय इंडोर स्टेडियम में विभिन्न विद्यालयों के लिए लगाई गई एक शतरंज प्रशिक्षण कार्यक्रम का मौके पर मौजूद संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता ने बताया कि इस कार्य हेतु अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त शतरंज प्रशिक्षक कमल कर्मकार को संघ द्वारा प्राधिकृत किया गया है जो इस खेल को सीखने के इच्छुक विद्यार्थियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण मुहैया करते हैं।शतरंज प्रशिक्षक कमल कर्मकार ने जानकारी दी कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की समाप्ति के बाद आरंभ आर्यन, शिवम केसरी, आयुष कुमार झा, सत्यम कुमार झा, शुभम महतो, देवयानी कुमारी, जिया, आस्था केसरी, रिया सिंह, मंदिरइता दत्ता, ऋतिक मजूमदार, जानवी कुमारी, आलोक कुमार, सभ्य कुमार, श्लोक रामदास, शौर्य वर्धन, शुभ केसरी, सार्थक ओझईया, अभ्रजीत दास, धान्वी कर्मकार, मयंक कुमार, सहित सभी प्रशिक्षुओं को पारितोषिक प्रदान किया गया। इस कार्य मैं संघ के संयुक्त सचिव सुधांशु सरकार अभिभावक अविनाश झा, संजीव कुमार, मनीष बिहानी, श्रीमती दिव्या कर्मकार, सहीत कई अतिथियों ने अपना अपना हाथ बढ़ाया साथ ही उन्होंने आसन प्रतियोगिताओं में उन्हें अच्छे परिणाम देने हो तो प्रेरित किया।