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किशनगंज : आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड अभियान में किशनगंज को राज्य में तीसरा स्थान

66,618 कार्ड बनाकर रचा कीर्तिमान, बुजुर्गों को मिली विशेष प्राथमिकता

किशनगंज,31मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किशनगंज जिले ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड विशेष महा-अभियान के अंतर्गत जिले में अब तक 66,618 कार्ड बनाए गए, जिससे किशनगंज को राज्य स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। यह जिले के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है।

अभियान के अंतर्गत बनाए गए कार्डों में 70 वर्ष से अधिक आयु के 847 वरिष्ठ नागरिकों को भी शामिल किया गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि यह योजना बुजुर्गों तक भी प्रभावी रूप से पहुंच रही है। विशेष रूप से “वय वंदना” नामक सुविधा के माध्यम से इन्हें प्राथमिकता दी गई।

शिविरों में उमड़ा जनसैलाब, बढ़ी स्वास्थ्य जागरूकता

जिले भर में आयोजित विशेष शिविरों में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से भारी संख्या में लोगों की भागीदारी देखी गई। आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका दीदी, पंचायत प्रतिनिधि और स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रिय सहभागिता से योजना आमजन तक पहुंच सकी। शिविरों में सुबह से शाम तक लगी लंबी कतारें इस बात की गवाही थीं कि लोग अब अपने स्वास्थ्य अधिकारों को लेकर सजग हो चुके हैं।

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी का बयान

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा, “यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि करोड़ों गरीब परिवारों के लिए जीवन रक्षक कवच है। हमारा लक्ष्य है कि जिले का कोई भी पात्र नागरिक इससे वंचित न रहे। टीमवर्क और जन-जागरूकता ने इस अभियान को सफल बनाया है।”

जिला पदाधिकारी ने दी शुभकामनाएं

जिलाधिकारी विशाल राज ने इस सफलता पर स्वास्थ्य विभाग, आईटी टीम, पंचायत कर्मियों व जन प्रतिनिधियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह गर्व का क्षण है। हमारा उद्देश्य केवल आंकड़े बढ़ाना नहीं, बल्कि हर जरूरतमंद तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंचाना है। सभी कर्मियों से उन्होंने भविष्य में भी इसी तरह के समर्पण के साथ कार्य करते रहने का आह्वान किया।”

आयुष्मान कार्ड के पांच बड़े लाभ

  1. 5 लाख रुपये तक का वार्षिक मुफ्त इलाज – सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में।
  2. कैंसर, हृदय रोग, किडनी आदि गंभीर बीमारियों का इलाज संभव।
  3. कोई आय या उम्र सीमा नहीं – पात्र परिवार के सभी सदस्य लाभान्वित।
  4. ऑनलाइन कार्ड, इलाज के लिए आधार या कार्ड नंबर पर्याप्त।
  5. बुजुर्गों व दिव्यांगों को प्राथमिकता की सुविधा।

यदि अब तक नहीं बना है कार्ड, तो करें जल्द पंजीकरण

सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने अपील की है कि यदि अब तक किसी पात्र नागरिक या परिवार का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, तो वे नजदीकी स्वास्थ्य उपकेंद्र, पंचायत सरकार भवन या विशेष शिविरों में जाकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ पंजीकरण अवश्य कराएं।
“यह केवल एक कार्ड नहीं, बल्कि आपके परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा की ढाल है।”

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