किशनगंज : प्रशासन गांव की ओर अभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न
गुड गवर्नेंस का मुख्य उद्देश्य है लोगों को मूल सुविधा के साथ विकासात्मक और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा आम आदमी तक पहुंचाया जाए
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किशनगंज, 23 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में सुशासन सप्ताह के तहत संचालित होने वाले प्रशासन गांव की ओर अभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन सोमवार को समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में किया गया इसके मुख्य अतिथि पूर्व जिलाधिकारी आदित्य कुमार दास उपस्थित थे। बैठक में डीएम के द्वारा बताया गया कि गुड गवर्नेंस के द्वारा हम लोगों को सीखने की जरूरत है इसको और कैसे बेहतर बनाया जा सके कैसे हम पूर्व की उपलब्धियों और दूसरों की उपलब्धियां से सीख सकते हैं इसके लिए क्या-क्या नया तरीका अपनाया जा सकता है। सभी को अपनी कार्यशैली और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए नॉर्मल रूटीन में काम करते हुए उसमें कुछ नया और इनोवेशन तरीके से करने के लिए सभी पदाधिकारी को कहा गया है। डीएम के द्वारा बताया गया कि आज टेक्नोलॉजी के अनुसार बहुत सी चीजों में परिवर्तन हो रहा है इस कारण गवर्नेंस में भी बहुत ज्यादा परिवर्तन हो रहा है। इससे लोगों की अपेक्षा भी बहुत ज्यादा बदल रही है। गुड गवर्नेंस का मुख्य उद्देश्य है लोगों को मूल सुविधा के साथ विकासात्मक और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा आम आदमी तक पहुंचाया जाए। पूर्व जिलाधिकारी किशनगंज आदित्य कुमार दास के द्वारा बताया गया कि एक दशक के बाद पुनः इस जिले में आया हूं। 2013 में जिलाधिकारी के तौर पर आया था और 2014 तक रहा।
उस दौर में तथा इस दौर में बहुत ज्यादा चेंज आया है यह जिला स्ट्रेटजी के हिसाब से बहुत ही अच्छा है तथा जो इस जिला में आ जाता है वह यहां का ही बन कर रह जाता है यहां से जाना नहीं चाहता है। अपने समय के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि पहले बिजली एक बहुत बड़ी समस्या होती रहती थी 2013 में टेढ़ागाछ प्रखंड में बिजली नहीं पहुंच पाई थी। वहां बिजली पहुंचाने की बहुत कोशिश की गई थी। अब दशा और दिशा चेंज हो गई है अब स्मार्ट मीटर की व्यवस्था हो गई है साथ ही कोशिश की जा रही है कि 24 घंटे बिजली की व्यवस्था हो। ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी बहुत ज्यादा है जब तक हम लोग गांव तक विकास की धार नहीं लेकर चलेंगे तब तक सही रूप से विकास नहीं हो सकेगा। उन्होंने बताया कि हेल्थ सेक्टर में उन्नति करने की जरूरत है। अब कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन सब कुछ हो रहा है। अपने समय के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि जिला का भार जिला पदाधिकारी पर रहता है साथ ही सारा काम देखना और सही रूप में से सही समय पर अंजाम देना या बहुत बड़ी बात होती है। पारदर्शिता और स्वच्छता के साथ काम को अंजाम देना चाहिए यही गुड गवर्नेंस का मुख्य उद्देश्य है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर एवं अन्य संचालित योजनाओं को सम्मिलित कर एक संक्षिप्त वीडियो का प्रदर्शन किया गया। स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम के द्वारा बताया गया कि हर महीने के 14 तारीख को स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा जाता है। शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित कार्यक्रमों विकलांग कार्यक्रम, दीक्षांत समारोह, बच्चों को ट्रेनिंग दिए जाने वाले आदि को सम्मिलित कर एक संक्षिप्त वीडियो का प्रदर्शन किया गया। डीआरडीए के द्वारा पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत फेज 1 और 2 में आवास निर्माण का लक्ष्य 25843, प्रथम किस्त भुगतान 25843, पूर्ण आवास 25769 एवं अपूर्ण लंबित आवास 74 है। इसमें किशनगंज जिले की उपलब्धि 99.86% है। निर्देशक डीआरडीए के द्वारा इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए आए चुनौतियां एवं रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। आत्म कृषि के द्वारा संचालित योजनाओं की प्रस्तुति में मखाना की खेती के बारे में जानकारी दी गई। जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा जिले में वनीला, अंजीर एवं चाय की खेती में ड्रोन के माध्यम से कीटनाशी आदि चीजों के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया गया।
जिलाधिकारी के द्वारा जीएम डीआईसी, जीविका एवं कृषि पदाधिकारी को एक ग्रुप बनाकर मखाना की पैकेजिंग एवं प्रोसेसिंग कर बाजार में लॉन्च करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया। वहीं जीविका के द्वारा संचालित योजनाओं स्वयं सहायता समूहों, दीदी की रसोई, एवं अन्य उत्पाद में शामिल महिलाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता, एडीएम अमरेन्द्र कुमार पंकज, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी-सह-ओएसडी कुंदन कुमार सिंह एवं अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।