किशनगज : डॉ. फैशल ने कोरोना काल के पहली और दूसरी लहर में 382 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया, मारवाड़ी युवा मंच ने कोरोना योद्धा से सम्मानित किया।


किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, चिकित्सक को धरती पर ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, यह कोरोना कॉल में सभी को समझ में आ गया है। अगर संक्रमण काल में आम लोगों की तरह ये भी घर पर बैठ जाते तो मानव जीवन संकट में पड़ सकता था। ऐसे में अपने कर्तव्य और मानव जीवन की रक्षा के लिए चिकित्सक वैश्विक महामारी के दौर में मरीजों का हर कदम पर साथ दे रहे हैं। कोरोना की जंग में असली हीरो चिकित्सक ही हैं, उन्होंने अपनी डयूटी निभाने के लिए त्याग भी किए और स्वयं खतरा भी उठाया। लेकिन मरीजों को कोरोना से बचाने में जुटे रहे। उन्ही चिकित्सको में एक चिकित्सक डॉ. फैशल रहमान का नाम आता है। जिन्होंने अपने परिवार से दूर रहकर सिर्फ कोरोना के मरीजों को स्वस्थ करने के मकसद को ही सर्वोपरि रखा। डॉ. फैशल रहमान के मानव सेवा को हर कोरोना संक्रमित मरीज याद रखेंगे। जब संक्रमण के पहली लहर में कुछ चिकित्सको ने डर से क्लिनिक बंद (निजी क्लिनिक) कर गायब हो गए थे तभी फरिश्ता बन कर डॉ. फैशल ने जिला के कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज एक योद्धा बन कर किया। कुछ निजी चिकित्सक कोरोना संक्रमण मरीजों के पास जाने से डरते थे तब डॉ. फैशल ने अपनी जान को जोखिम में डाल कर न सिर्फ अस्पताल में संक्रमितों का इलाज किया बलकि डोर-टू-डोर जा कर भी संक्रमितों का इलाज कर अपना फर्ज निभाया। उन्होंने कोरोना काल के पहली और दूसरी लहर में 382 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया। अपनी मजबूत इच्छाशक्ति और बुलंद हौसले के कारण उन्होंने कोरोना संक्रमण जैसी महामारी बीमारी से डरे नहीं और संक्रमित मरीज का इलाज करते रहे। इसी उपलब्धी के कारण गुरुवार को डॉक्टर डे के अवसर पर उन्हें मारवाड़ी युवा मंच के द्वारा प्रशस्तिपत्र पत्र दे कर सम्मानित किया गया। डॉ. फैशल रहमान एमबीबीएस डीएनबी (मेडिसिन) मुंबई से किए और कनाडा में इमरजेंसी मेडिसिन, यूके से इंडोक्रिनोलॉजिस्ट किया। डॉ. फैशल रहमान का किशनगंज में आगमन का बहुत ही कम समय हुआ है लेकिन अपनी सेवा से उन्होंने किशनगंज जिला वासियों का दिल जीत लिया है। डॉ. फैशल रहमान को सम्मानित करने वालो में मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष प्रमोद वैद, आनंद अग्रवाल, सचिव दिनेश पारीक, कमल कोठारी व अन्य शामिल थे।