खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: महाराष्ट्र की उड़नपरी को पटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से हुआ प्यार, पटना में जीता दूसरा स्वर्ण पदक

सौर्य मिश्रा/: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार में एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के पहले दिन ही लड़कियों की 100 मीटर बाधा दौड़ में महाराष्ट्र की शौर्य अंबुरे ने आसानी से स्वर्ण पदक जीत लिया। शौर्य का पिछले तीन महीने के अंदर यह दूसरा स्वर्ण पदक है और दोनों उन्होंने दोनों ही पटना के पटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जीते हैं।
15 साल की शौर्य ने मार्च में पटना में आयोजित नेशनल यूथ चैंपियनशिप में 14.55 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण अपने नाम किया था। इसके बाद उन्होंने सऊदी अरब में अप्रैल में हुई एशियन यूथ चैंपियनशिप में तिरंगा लहराया था, जहां उन्होंने 13.80 सेकेंड का समय लेकर अपना पर्सनल बेस्ट दिया था और कांस्य जीता था।
महाराष्ट्र की इस एथलीट ने अब अपने पहले ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्णिम सफलता हासिल कर ली है। उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में हीट-2 में 14.33 सेकेंड का समय निकाला और फिर फाइनल में 14.11 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण हासिल किया। पश्चिम बंगाल की सोनाली दास दूसरे और केरल की विष्णु श्री एनएस तीसरे स्थान पर रही।
शौर्य ने अपने प्रदर्शन पर कहा, ” मैं अपने प्रदर्शन से खुश तो हूं लेकिन मैं इसमें और बेस्ट करना चाहती थी। सऊदी अरब (एशियन यूथ चैंपियनशिप) में भी तीसरे स्थान पर रही थी। यहां पर जो टाइम मैंने निकाला है वो ठीक है। अभी मैं 15 साल की ही हूं और मैंने अब तक अंडर-18 में भाग नहीं लिया है। जब मैं उसमें भाग लूंगी तो मेरा लक्ष्य अंडर-18 नेशनल रिकॉर्ड को ब्रेक करना होगा।”
शौर्य ने इससे पहले, पटना में यूथ चैंपियनशिप में 14.55 सेकंड के समय के साथ पहला स्थान हासिल किया था। उन्होंने इस पर कहा, ” उस समय मेरा बोर्ड का एग्जाम चल रहा था और मैं दो पेपर छोड़कर उस चैंपियनशिप में भाग लेने आई थी क्योंकि वो एशियन चैंपियनशिप का क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट था। उस दौरान मैंने ज्यादा ट्रेनिंग भी नहीं की थी। लेकिन मुझे विश्वास था कि मैं और इससे भी बेहतर कर सकती हूं।”
यह पूछे जाने पर 14.11 सेकंड के समय में रेस को खत्म करने से आप कितनी खुश तो इस पर उन्होंने कहा, ”हां, ठीक है। मेरे कोच ने मुझसे कहा कि आर सिर्फ रन करो और अपने रेस का आनंद लो। इस बार की यहां तैयारियां बहुत अच्छी तरह से की गई है। पिछली बार जब मैं आई थी तो इस तरह का ट्रैक नहीं था, लेकिन इस बार काफी अच्छी तैयारियां की गई है।”
शौर्य अपने कोच अजीत कुलकर्णी के मार्गदर्शन में ठाणे में ट्रेनिंग करती हैं। अजीत के मार्गदर्शन में वह पिछले करीब 10 साल से ट्रेनिंग कर रही हैं और अब उन्हें इसका फायदा मिलने लगा है।
महाराष्ट्र की इस एथलीट ने कहा, ” अंडर-14 से मैंने 80 मीटर बाधा दौड़ में भागना शुरू किया और अंडर-16 तक यही होता रह। मुझे शुरू से ही 80 मीटर बाधा दौड़ में रेस करने की आदत थी। लेकिन इस खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में पहली बार 100 मीटर बाधा दौड़ में भाग लिया। 100 मीटर बाधा दौड़ में ये मेरी चौथी रेस थी।”
शौर्य के माता-पिता पुलिस विभाग में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा, ” माता-पिता से मुझे बहुत सपोर्ट मिलता है। अब यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स और यूथ एशियन गेम्स में होने वाले है उन दोनों में पदक जीतना मेरा लक्ष्य है।”
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खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बारे में –
खेलो इंडिया यूथ गेम्स, खेलो इंडिया कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जिसे 14 अक्टूबर, 2017 को लॉन्च किया गया था। खेलो इंडिया का उद्देश्य खेलों में व्यापक भागीदारी और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के दोहरे उद्देश्य को प्राप्त करना है। इस कार्यक्रम ने भारत की खेल सफलता में बहुत योगदान दिया है, जिसमें कई खेलो इंडिया एथलीट ओलंपिक और एशियाई खेलों सहित वैश्विक आयोजनों में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। बिहार 4-15 मई तक राज्य के पांच अलग-अलग शहरों और दिल्ली में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के सातवें संस्करण की मेजबानी कर रहा है। KIYG 2025 में 27 खेल शामिल होंगे और पहली बार ईस्पोर्ट्स को एक प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल किया गया है।
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