जेपीसी रिपोर्ट फर्जी, विपक्ष की बात नहीं सुनी गईः भाकपा
कुणाल कुमार/पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने संसद में पेश संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट को गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि वक्फ विधेयक पर जेपीसी बनी थी। जेपीसी में विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई, जिसे कूड़ेदान में डाल दिया गया। डिसेंट नोट को बाहर निकालना गलत है। संसदीय प्रक्रिया में ऐसा नहीं चलता है। रिपोर्ट गलत और असंवैधानिक है। इस रिपोर्ट के खिलाफ 27 फरवरी 2025 को पटना में ऑल इंडिया तंजीम-ए-इंसाफ बिहार के बैनर तले बिहार विधानसभा के सामने धरना का कार्यक्रम आयोजित है। जनतंत्र में विश्वास रखने वाले नागरिकों, नौजवानों से अपील है कि बड़ी संख्या में 27 फरवरी को धरना स्थल पर पहुंचकर धरना में शरीक हों और इसे सफल बनायें।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वक्फ बोर्ड को समाप्त कर वक्फ की भूमि को कब्जा कर अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपना चाहते हैं, इसलिए आनन फानन में वक्फ संशोधन विधेयक संसद में लाया गया, और जेपीसी गठित की गई, मगर जीपीसी रिपोर्ट में विपक्षी सदस्यों के सुझाव को हटा दिया गया और विरोध करनेवाले सांसदो को निलंबित कर दिया गया। इससे साफ जगजाहिर हो रहा है कि केंद्र सरकार की मंशा साफ नहीं है। सरकार की पूरी नजर वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी इस रिपोर्ट का पूरी तरह विरोध करती है और बिहार के आम अवाम से 27 फरवरी को पटना में ऑल इंडिया तंजीम-ए-इंसाफ बिहार के द्वारा आयोजित धरना में भाग लेने की अपील करती है।