झारखण्ड के टेरर-नेटवर्क’ का पर्दाफाश, दो कुख्यात अपराधियों के गिरोह में गठजोड़ का हुआ खुलासा, पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार मांगने वाला प्रिंस खान वा सुजीत सिन्हा गैंग बेनकाब, गैंगस्टर की पत्नी सहित पांच अपराधी चढ़े राँची पुलिस के हत्थे…

ओमप्रकाश /रांची//झारखंड में आतंक और अपराध के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ है। रांची पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और भगोड़े प्रिंस खान के गठजोड़ का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह का संचालन सुजीत सिन्हा की पत्नी ‘लेडी डॉन’ रिया सिन्हा कर रही थी। पुलिस ने रिया समेत गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में इनामुल हक उर्फ बबलु खान, रवि आनंद उर्फ सिंघा, मो० शाहिद उर्फ अफरीदी खान, मो० सेराज उर्फ मदन और सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा शामिल हैं। इनके पास से तीन पिस्टल, सात मैगजीन, 13 जिंदा गोली, एक टाटा सफारी कार, एक आईफोन और पांच एंड्रॉएड मोबाईल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस ने इन अपराधियों से सनसनीखेज जानकारियां हासिल की है। जांच में पता चला है कि यह गिरोह पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आधुनिक हथियार मंगवाकर झारखंड में व्यापारियों और कोयला कारोबारियों से पैसों की उगाही करता था।
पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार खरीद कर पंजाब बॉर्डर पर किया जाता ड्रॉप…
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि धनबाद का गैंगस्टर प्रिंस खान, जो फिलहाल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में छिपा है, पाकिस्तान के पेशावर से आधुनिक हथियार खरीदता था। इन हथियारों को ड्रोन के जरिए पंजाब बॉर्डर पर ड्रॉप किया जाता था, जहां से गिरोह के सदस्य उन्हें झारखंड के अलग-अलग इलाकों में पहुंचाते थे। हथियारों की अंतिम डिलीवरी के लिए युवतियों का इस्तेमाल किया जाता था ताकि किसी को शक न हो।इसके बदले में, सुजीत सिन्हा का गिरोह प्रिंस खान को पैसे और नए गुर्गे मुहैया कराता था। व्यवसायियों से वसूले गए पैसे हवाला के जरिए UAE और फिर पाकिस्तान भेजे जाते थे। यह गठजोड़ “कोयलांचल शांति सेना” के नाम से रांची, धनबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में सक्रिय था और व्यवसायियों को धमकाकर एवं फायरिंग कर दहशत फैला रहा था।
लेडी डॉन’ के इशारे पर होती थी हर वारदात…
इस पूरे सिंडिकेट की कमान सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा के हाथों में थी। रिया के इशारे पर ही व्यवसायियों को धमकी भरे कॉल किए जाते थे और फायरिंग की वारदातों को अंजाम दिया जाता था। बता दे कि राजधानी राँची में हाल के दिनों में जो भी रंगदारी के कॉल प्रिंस खान के नाम पर किए गए थे वह इस गठजोड़ का ही परिणाम था। यहां तक कि कोयलांचल शांति सेना को भी रिया सिन्हा के द्वारा संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने रिया के अलावा बबलू खान उर्फ एनामुल, रवि आनंद, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शाहिद को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बबलू खान, सुजीत और प्रिंस के बीच मुख्य कड़ी था और वही हथियारों की सप्लाई चेन और पैसों के लेनदेन की देखरेख करता था। इस गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बड़े ऑर्गेनाइज्ड क्राइम नेटवर्क की कमर तोड़ दी है।
उल्लेखनीय है कि राँची के डोरंडा थाना अंतर्गत सत्यभामा अपार्टमेंट के बाहर हुई हवाई फायरिंग के लिए हथियार इन लोगों के द्वारा ही दिया गया था।
सिटी एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी…
बुधवार को प्रेसवार्ता में राँची के सिटी एसपी पारस राणा ने बताया कि गहराई से पूछताछ करने पर गिरफ्तार व्यक्तियों के द्वारा बताया गया कि अपराधी सुजीत सिन्हा तथा अपराधी प्रिंस खान गिरोह के पास हथियार और गोली पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से मोगा (पंजाब) के रास्ते आता है, उसी हथियार से राँची सहित देश के विभिन्न स्थानों पर बड़े-बड़े कारोबारियों, पूंजीपतियों एवं व्यवसायियों में दहशत फैलाकर रंगदारी की वसूली करते हैं। उन्होंने बताया कि राँची में इनामुल हक उर्फ बबलु खान अपने गुर्गों के साथ मिलकर सुजीत सिन्हा और प्रिंस खान के लिए लेवी वसूली का काम करते हैं। इन लोगों के द्वारा वसूली गयी राशि को सुजीत सिन्हा के गुर्गों की मदद से प्रिंस खान तक पहुंचाया जाता था, जिसे प्रिंस खान द्वारा यूएई के रास्ते पाकिस्तान भेज दिया जाता था। जिसका उपयोग अवैध हथियार की खरीदारी और अन्य अवैध कार्यों में पाकिस्तान में मौजूद उनके गुर्गों के द्वारा किया जाता है।
वही रांची एसएसपी राकेश रंजन का कहना है की “यह कार्रवाई राँची पुलिस के द्वारा संगठित अपराध के खिलाफ लगातार चल रही मुहिम का हिस्सा है। ऐसे किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा जो समाज में भय या आतंक फैलाने का प्रयास करेंगे।”
राँची पुलिस की इस बड़ी सफलता से शहर के कारोबारियों में राहत की भावना है। वहीं पुलिस अब इस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुट गई है।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक (सदर) संजीव बेसरा ने किया।
टीम में शामिल रहे —
सदर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार,
मेसरा ओपी प्रभारी अजय कुमार दास,
पु.अ.नि. बसंत कुमार, अभय कुमार, दीपक राणा,स.अ.नि. राम विनय राम, मिंटू सिंह, शाह फैसल,आरक्षी प्रवेश कुमार पासवान, एवं QRT बल।



