किशनगंज पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में जीविका दीदी की रसोई का शुभारंभ, 24 महिलाओं को मिला रोजगार

किशनगंज,22जुलाई(के.स.)। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और सार्थक पहल करते हुए मंगलवार को पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, किशनगंज में “जीविका दीदी की रसोई” का उद्घाटन किया गया। इस रसोई के माध्यम से नव नियुक्त सुरक्षा कर्मियों को अब शुद्ध, पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।इस रसोई का उद्घाटन जिलाधिकारी विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। उद्घाटन समारोह में जीविका दीदियों ने तिलक लगाकर मुख्य अतिथियों का पारंपरिक स्वागत किया।
जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद दीदियों से आग्रह किया कि वे भोजन समय पर और गुणवत्ता युक्त तरीके से उपलब्ध कराएं ताकि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पुलिसकर्मियों को घर जैसा भोजन मिल सके। उन्होंने कहा कि यह पहल जहां पुलिसकर्मियों के लिए राहत देने वाली है, वहीं यह महिलाओं के आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने जीविका दीदियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस रसोई से न सिर्फ सुरक्षा कर्मियों को पौष्टिक भोजन मिलेगा, बल्कि यह उनकी कार्यक्षमता को भी बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “घर से दूर रह रहे प्रशिक्षु जवानों को घर जैसा खाना मिलेगा, यह एक बड़ी बात है।”
इस मौके पर जिला परियोजना प्रबंधक अनुराधा चंद्रा ने बताया कि यह किशनगंज जिला का पाँचवाँ जीविका दीदी की रसोई है। अब तक 84 जीविका दीदियों को इससे रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि जिले में 20,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से करीब 2.3 लाख महिलाएं जीविका से जुड़ी हैं, जिनके लिए निरंतर स्वरोजगार और रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं।
इस नई रसोई में 24 दीदियों को रोजगार प्राप्त हुआ है। इस पहल से महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।
इस अवसर पर नॉन फॉर्म प्रबंधक डॉली, बीपीएम सदर शमशेर आलम, जीविका कर्मी सुप्रिया, रौशन, शगुन जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ की लीडर, तथा अनेक जीविका दीदियाँ और कैडर उपस्थित थे।
यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में किशनगंज पुलिस और प्रशासन द्वारा उठाया गया एक अनुकरणीय कदम माना जा रहा है।
रिपोर्ट/धर्मेन्द्र सिंह