जमशेदपुर, एमजीएम हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही।।….

तारकेश्वर गुप्ता : जमशेदपुर : कल विगत दिनों आदित्यपुर का दो एक्सीडेंट का मामला आया था जिन पेशेंट को गंभीर चोट आई थी उनका देहांत हो गया ललित दत्ता नामक पेशेंट की मौत हो गई है लेकिन उनका नाम किसी और पेशेंट को स्वास्थ्य करके घर भेज दिया गया दूसरी ओर ललित दत्ता के परिजन जब पूरे वार्ड को छान मारा और एमजीएम को पूरा खंगाला तो बाद में मालूम चला कि मर्चरी में उनके भाई का डेड बॉडी रखा हुआ है और वह डेड बॉडी जो रखा गया है जब डेड बॉडी को देखा तो उनका रजिस्टर में नाम धनंजय अंकित दर्शाया गया 2 दिन से परिजन परेशान थे खोजबीन करते करते थक गए तभी यहां के समाजसेवी विमल बैठा भाजपा नेता के सहारे से सूचना दी गई और मौके पर आकर छानबीन की तो यह पाया गया कि इनकी भाई की मृत्यु हो चुकी है उनका नाम रजिस्टर में कुछ और लिखा है और यहां पर जब परिजन पहुंचे तब मालूम चला कि इन्हीं का परिवार का देहांत होने के बाद मरीज एमजीएम मर्चरी पर रखा गया
परिजनों को अपने भाई की डेड बॉडी को लेने मर्चरी कल भी एमजीएम अस्पताल आना होगा तभी मिलेगा ऐसे में कितनी लापरवाही एमजीएम को देखने को मिल रहा है जहां लोग काल के गाल में समा जाते हैं और जब लोग खोजने निकलते हैं तब पता चलता है परिजन खोजते खोजते थक जाते हैं तब किसी के सहारे 48 घंटे के बाद यह मामला मालूम चलता है तभी जाकर मर्चरी तक पहुंचने पर जब उनका चेहरा को देखते हैं तब मालूम चलता है कि उनकी मौत हो गई है और तभी मालूम चलता है कि रजिस्टर में कुछ और नाम और यहां कुछ और नाम से मर्चरी में रखा गया है