जमशेदपुर , UCIL तुरामडीह परियोजना के विस्थापित एवं प्रभावित कर न्यायपूर्ण मांगों एवं त्रिपक्षीय वार्ता के संबंध में।…
तारकेश्वर गुप्ता : जमशेदपुर , संयुक्त विस्थापित एवं प्रभावित समिति के द्वारा न्यायपूर्ण मांगों को लेकर 29 सितंबर 2023 को धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा लाठी चार्ज किया गया. जिसका झारखंड जानतांत्रिक महासभा द्वारा घोर निंदा करती है.
झारखंड जानतांत्रिक महासभा द्वारस UCIL तुरामडीह परियोजना के विस्थापित एवं प्रभावितो के निम्नलिखित न्यायपूर्ण माँगों को पूरा करने के लिए त्रिपक्षीय वार्ता की माँग करती है :-
1. अधिकृत भूमि के एवज में प्रत्येक वर्ष रिक्तियां निकाली जाए एवं विस्थापितों को सत प्रतिशत नियुक्ति किया जाए.
2. विस्थापित कर्मचारियों के सी भर्ती एवं मृत्यु होने के उपरांत कर्मचारियों के आश्रितों को यूसीआईएल में जल्द से जल्द नियुक्ति दिया जाए एवं पीढ़ी दर पीढ़ी नौकरी दिया जाना चाहिए.
3. ठेकेदारी में विस्थापित एवं प्रभावित परिवारों को नौकरी में प्राथमिकता दिया जाए. साथ ही साथ भूदान प्राप्त जमीन के एवरेज में आश्रितों को नौकरी दिया जाना चाहिए.
4. विस्थापितों को संपूर्ण पुनर्वास दिया जाए. जो अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया है. जिसके चलते विस्थापित परिवार को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
5. सर के तहत स्थापित एवं प्रभावित क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम 0 से 5 किलोमीटर तक खेत कृषि शिक्षा( स्कूल और आंगनबाड़ी का सौंदर्य करण ) रोड, रास्ता, बिजली, पानी, कला, साहित्य, संस्कृति, पेड़, पौधा लगाना एवं मेडिकल (स्वास्थ्य) आदि पर यूसीआईएल द्वारा मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराया जाए.
6. जीवन निर्वाहक भट्ट विस्थापितों को मिलना चाहिए जिनका अब तक नौकरी नहीं दिया गया है उनके जमीन के कब्जा लेने की तिथि से ₹10000 प्रति एकड़ प्रति वर्ष के हिसाब से प्रथम 10 वर्ष तक बैंक द्वारा भुगतान होना चाहिए. 10 वर्ष के पश्चात इस डर से 75% का भुगतान अगले 10 वर्ष से ज्यादा या 15 वर्ष तक करेगी जो भूमि अधिकरण के तिथि से अब तक कोई भुगतान नहीं हुआ है इसे जल्द से जल्द भुगतान किया जाना चाहिए.
अतः उपायुक्त महोदय से झारखंड जनतंत्रिक महासभा निवेदन करती है कि UCIL तुरामडीह परियोजना के विस्थापित एवं प्रभावित परिवारों के आश्रितों के उक्त मांगों को अपने स्तर सर पहल करते हुए त्रिपक्षीय वार्ता कर उन्हें न्याय दिलाया जाए ताकि औद्योगिक शांति बहाल हो सके.
प्रति निधि मंडल मे कृष्णा लोहार, कुमार चन्द्र मार्डी, सोमनाथ पाड़ेया, सीता राम चालक, सोमनाथ मुखर्जी, दीपक रंजीत,विकास सवर्णकार आदि।