*माननीय मंत्री श्री विजय कुमार मंडल, आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों को दिए महत्त्वपूर्ण निर्देश*

• आपदा प्रबंधन विभाग में अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत की उपस्थिति में 16 बाढ़ प्रवण जिलों के जिलाधिकारियों के साथ आहूत की गई समीक्षात्मक बैठक*
• बारिश की वजह से हुई फसल क्षति को लेकर माननीय मंत्रीजी ने जिलाधिकारियों को दिए आवश्यक दिशानिर्देश*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/ आपदा प्रबंधन विभाग में विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने आपदा प्रबंधन मंत्री श्री विजय कुमार मंडल के साथ बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज एवं अररिया जिलों के जिला पदाधिकारियों, अपर समाहर्ता (आपदा) तथा सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक की शुरुआत में बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक श्री सी.एन. प्रभु ने बिहार में आगामी मॉनसून को लेकर पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुति दी।
माननीय विभागीय मंत्री श्री विजय कुमार मंडल ने बैठक को संबोधित करते हुए निदेश दिया कि माननीय मुख्यमंत्री, बिहार के निदेशानुसार सभी जिले बाढ़ पूर्व तैयारी संबंधित कार्य ससमय पूर्ण करना सुनिश्चित करेंगे तथा फसल क्षति से संबंधित जिले शीघ्र आवश्यक कदम उठाना सुनिश्चित करें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने बिहार में 14-15 जून से आने वाले मॉनसून के मद्देनजर जिलाधिकारियों से कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखें। उन्होंने निर्देश दिया कि नदियों के जलस्तर, कटाव एवं तटबंधों की निगरानी नियमित रूप से करें। आगे उन्होंने कहा कि आपदा के समय रीस्पान्स टाइम न्यूनतम करना सुनिश्चित करें तथा समय-समय पर मीडिया ब्रीफिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक करते रहें। अपर मुख्य सचिव ने बाढ़ पूर्व तैयारी के संबंध में बैठक में उपस्थित सभी जिला पदाधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग तथा सुविधाओं का भौतिक सत्यापन करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी अपने क्षेत्राधीन बांधों का निरीक्षण एक बार पुनः कर लें। यदि किसी स्थान पर उन्हें बांध की वर्तमान संरचना में कोई त्रुटि दिखाई दे तो अविलंब संबंधित अभियंता से समन्वय कर उसका त्वरित समाधान कर लें एवं बाढ़ से संबंधित आवश्यक संसाधन यथा पॉलिथीन शीट, राहत सामग्री, नावों की उपलब्धता, मानव दवा, पशु दवा, पशु चारा, NDRF तथा SDRF के आवासन की स्थिति, बाढ़ राहत केंद्र, सामुदायिक रसोई, मेडिकल कैम्प के स्थानों का चयन इत्यादि का पुनः भौतिक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें तथा जिला आपातकालीन संचालन केंद्र को आवश्यक मानवबल के साथ 24×7 क्रियाशील रखें।
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव श्री नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री संदीप कुमार व श्री अविनाश कुमार, बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक श्री सी.एन. प्रभु, NDRF तथा SDRF के प्रतिनिधि समेत विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे।