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जम्मू-कश्मीर ने केआईवाईजी 2025 में वेटलिफ्टिंग में जीता पहला पदक, पांच दिनों तक चली प्रतियोगिता में कुल 10 नेशनल रिकार्ड बने

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के वेटलिफ्टिंग मुकाबलों के अंतिम दिन बुधवार को ऐतिहासिक क्षण देखने को मिले। जम्मू-कश्मीर और मेजबान बिहार ने पहली बार इस खेल में पदक अपने नाम किए, वहीं केरल की अमृथा पी. सुनी ने बालिका +81 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। पांच दिनों तक चली प्रतियोगिता में कुल 10 नेशनल रिकार्ड बने।

इस साल देश के युवा भारोत्तोलकों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पिछले संस्करण के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया। तमिलनाड़ु में आयोजित इन खेलों के छठे संस्करण में कुल 8 नेशनल रिकार्ड बने थे और इस लिहाज से मौजूदा संस्करण आगे निकल गया है। अंतिम दिन हालांकि कोई रिकार्ड नहीं बना लेकिन युवा भारोत्तोलकों ने अपने परफार्मेंस से प्रभावित किया है।

बहरहाल, बालकों के 102 से अधिक के भार वर्ग में हरियाणा के सनी भाटी ने कुल 268 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता, जिसमें 151 किग्रा का क्लीन एंड जर्क शामिल था। जम्मू-कश्मीर के सतविक लूथरा ने कुल 266 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। तीसरे प्रयास में 151 किग्रा उठाने की असफल कोशिश ने उन्हें स्वर्ण से दूर कर दिया।

इस साल जनवरी में हुई आईडब्ल्यूएफ नेशनल चैंपियनशिप से पहले कलाई की चोट से जूझ रहे थे सात्विक ने यह प्रदर्शन कठिन परिस्थितियों में किया। उन्होंने बताया, “मेरे कोच आकाश विर्धी ने एक ही बात सिखाई है और वह है– एक समय में सिर्फ एक लिफ्ट पर ध्यान दो। मैंने तीन साल पहले लिफ्टिंग शुरू की थी और मेरे पिताजी विजय लूथरा ने ही मुझे इस खेल के लिए प्रेरित किया।”

बिहार के उज्ज्वल सिंह, जिन्होंने कुल 241 किग्रा वजन उठाया, ने कांस्य पदक जीता और राज्य के लिए वेटलिफ्टिंग में पहला पदक हासिल किया। पटना से सटे जहानाबाद जिले से आने वाले उज्ज्वल साई के खेलो इंडिया केंद्र में ट्रेनिंग करते हैं। उज्ज्वल ने कहा, “शुरुआत में मैं थोड़ा नर्वस था, लेकिन मेरे भाई ने मुझे शांत रहने की सलाह दी और उससे मुझे काफी मदद मिली। यह मेरा खेलो इंडिया में पहला पदक है और मैं बहुत खुश हूं।”

पूर्व सैनिक अमरनाथ सिंह के बेटे उज्ज्वल का लक्ष्य अब अगस्त में अहमदाबाद में होने वाली कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप ट्रायल्स में भाग लेना है। उन्होंने कहा, “इस पदक ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया है। साई से मुझे बेहतरीन उपकरण, कोचिंग और फिजियो सेवाएं मिली हैं। मुझे उम्मीद है कि यह प्रदर्शन मुझे स्कॉलरशिप दिलाने में मदद करेगा।”

बालिका +81 किग्रा वर्ग में, केरल की अमृथा पी. सुनी ने स्नैच में 79 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 102 किग्रा वजन उठाकर कुल 181 किग्रा वजन के साथ स्वर्ण पदक जीता। आंध्र प्रदेश की कर्णाटि नागा रामालक्ष्मी ने 176 किग्रा (75+101) के साथ रजत और पंजाब की गगनदीप कौर ने 167 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।

नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, लखनऊ में ट्रेनिंग करने वाली अमृथा को वेटलिफ्टिंग में रुचि उनके पिता से मिली जो स्वयं एक राष्ट्रीय स्तर के वेटलिफ्टर रहे हैं और अब इंजीनियरिंग सुपरवाइज़र के रूप में काम करते हैं। अमृथा ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं क्योंकि मुझे लगा था कि मुकाबला बहुत कड़ा होगा। जब मैं मंच पर होती हूं, तो दिमाग में सिर्फ एक बात होती है – अपना सर्वश्रेष्ठ देना।”

उन्होंने आगे कहा, “मेरा लक्ष्य भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करना है । खासकर एशियाई चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और ओलंपिक में मुझे खेलना है। मुझे पता है कि इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी, लेकिन मैं तैयार हूं।”

एनसीओई, लखनऊ के बारे में उन्होंने कहा, “यहां हमें बेहतरीन कोच, स्पोर्ट्स साइंस एक्सपर्ट, न्यूट्रिशनिस्ट, मसाज और फिजियो सुविधाएं मिलती हैं। हमारे डाइट और रिकवरी का पूरा ध्यान रखा जाता है – यही एक एथलीट को चाहिए।”

परिणाम:

बालिका +81 किग्रा:
स्वर्ण – अमृथा पी सुनी (केरल) – 181 किग्रा
रजत – कर्णाटि नागा रामालक्ष्मी (आंध्र प्रदेश) – 176 किग्रा
कांस्य – गगनदीप कौर (पंजाब) – 167 किग्रा

बालक +102 किग्रा:
स्वर्ण – सनी भाटी (हरियाणा) – 268 किग्रा
रजत – सात्विक लूथरा (जम्मू-कश्मीर) – 266 किग्रा
कांस्य – उज्ज्वल सिंह (बिहार) – 241 किग्रा

 

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