मुद्दाविहीन विपक्ष दुष्प्रचार के सहारे जनता को गुमराह करना चाहता है: उमेश सिंह कुशवाहा।..
पटना डेस्क:-सोमवार को बिहार जद(यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा शिवहर से श्रीमती लावली आनंद, वैशाली से श्रीमती वीणा देवी एवं पूर्वी चंपारण से श्री राधामोहन सिंह के नामांकन समारोह में शामिल हुए तथा उन्होंने जनसभाओं को संबोधित कर स्थानीय जनता से एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांगा।
इस दौरान श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि यह चुनाव दो गठबंधन के बीच नहीं बल्कि दो धारा के बीच है। एक धारा ऐसे दलों की है जिनकी सोच परिवार के इर्दगिर्द ही सिमटकर रह जाती है वहीं दूसरी धारा में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार सरीखे नेता हैं जो सर्वसमाज को अपने परिवार का अभिन्न अंग मानते हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि असल मायनों में परिवारवादी सोच से ग्रसित राजद-कांग्रेस को गरीब और कमजोर वर्ग की कोई चिंता नहीं है। ये लोग सिर्फ वोट लेने के लिए जनता से लुभावने वादे करते हैं और चुनाव के बाद अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लग जाते हैं।
उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार की गिनती बीमारू राज्यों में होती थी लेकिन माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के अथक प्रयास से आज वही बिहार देश में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था बन चुका है। नीतीश सरकार द्वारा चलाये जा रहे कल्याणकारी योजनाओं के बदौलत बीते 18 वर्षो के दौरान गरीबों के जीवनस्तर में व्यापक सुधार हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद के शासन में अपराध उद्योग अपने चरम पर था लेकिन आज वही बिहार देश-दुनिया के निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है। नए उद्योग-धंधे लगने से बड़ी संख्या में बिहार के युवाओं को रोजगार मिल रहा है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि विकास के प्रति हमारे नेता की प्रतिबद्धता पर कोई सवाल खड़े नहीं कर सकता है। हम 18 वर्षो में किए अपने कामों के आधार पर जनता के बीच जा रहें हैं वही दूसरी ओर तेजस्वी यादव अपने माता-पिता के 15 सालों की उपलब्धि बताने के बजायें सिर्फ 17 महीनों का ढोल पीट रहें हैं। इससे पता चलता है कि विपक्ष मुद्दाविहीन राजनीति कर रहा है और दुष्प्रचार के सहारे जनता को गुमराह करने में जुटा हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष ने अपील करते हुए कहा कि ‘विकसित भारत-विकसित बिहार’ के संकल्प को साकार करने के लिए बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें एनडीए की झोली में डालना है और श्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाना है।