घरेलू कामगारों के लिए कल्याण बोर्ड का गठन हो- इंटक

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) बिहार एवं राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड, श्रम मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर दो दिवसीय घरेलू कामगार प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन इंटक के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सदाकत आश्रम स्थित इंटक कार्यालय के सभागार में आज प्रारंभ हुआ।
इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की बड़ी भूमिका रही है। आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा महात्मा गांधी के नेतृत्व में संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के करोड़ों कामगारों को संगठित करने एवं उनके अधिकारों की लड़ाई को मजबूत करने के उद्देश्य से ही इंटक की स्थापना की गई थी।
डॉ झा ने कहा कि इन कामगारों के लिए भविष्य निधि, चिकित्सा की सुविधा, पेंशन एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी असंगठित क्षेत्र के कामगारों के हर संघर्ष के साथ है। इनकी आवाज बन कर इंटक के साथ इनके अधिकारों के लिए लड़ने को पार्टी सदैव तैयार है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के मीडिया चैयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि मजदूरों की आवाज को बुलंद करने वाला इंटक कांग्रेस का एक मजबूत मोर्चा संगठन है। घरेलू महिला कामगारों के प्रशिक्षण से इनमें नेतृत्व क्षमता का विकास होगा।
इस अवसर पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि निर्माण मजदूरों के तर्ज पर देश के करोड़ों घरेलू कामगारों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार को अपने स्तर पर कल्याण बोर्ड का गठन करना चाहिए। बिहार में घरेलू कामगारों का हो रहे निबंधन की रफ्तार बहुत ही धीमी है। यदि यही स्थिति रही तो राज्य के घरेलू कामगारों के निबंधन का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक जे के सिंह, शिक्षा अधिकारी दिलीप सत्यव्रत, इंटक के महामंत्री श्रीनंदन मंडल, अखिलेश पांडे, प्रभात कुमार, धर्मेंद्र कुमार एवं संगीता गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किये।चंद्र प्रकाश सिंह प्रदेश अध्यक्ष