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अररिया : अपराधी से मुठभेड़ में शहीद हुए दरोगा नंद किशोर यादव

समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी में पदस्थापित थे शाहिद दरोगा नंद किशोर यादव, शहिद दरोगा की मौत पर दिघली गांव में मचा कोहराम, परिजनों में पसरा सन्नाटा, शोक संवेदना व्यक्त करने पहुचे सांसद, विधायक, एसपी व अन्य

अब्दुल, 16 अगस्त (के.स.)। अब्दुल कैय्युम/दिलीप विश्वास, बदमाशो से हुई मुठभेड़ में पलासी प्रखंड के करोड़ दिघली गांव निवासी सह समस्तीपुर मोहनपुर ओपी के शहिद दरोगा नंद किशोर यादव की 14 अगस्त को अपराधियों से हुई मुठभेड़ में गोली लगने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी। बुधवार को उनका शव अहले सुबह उनका पैतृक गांव पलासी प्रखंड के करोड़ दिघली पहुचते ही गांव में कोहराम मच गया। शव को देखने के लिये नेताओ, जनप्रतिनिधियों, पुलिस पदाधिकारी व ग्रामीणों की भीड़ हजारों की संख्यां आना शुरू हो गया। सुबह से ही शोक संवेदना देने वालो का तांता उमड़ पड़ी। सांसद प्रदीप कुमार, विधायक विजय कुमार मंडल, एसपी अशोक कुमार सिंह, पूर्व सांसद सरफराज आलम, विधायक प्रत्याशी सत्रुधन मंडल, भाजपा के युवा नेता रंजीत यादव, राजद के अरुण यादव, भजपा जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण झा, प्रमुख प्रतिनिधि सदनानंद यादव, मुखिया मुर्शीद आलम, समद अली, मुखिया राम प्रसाद यादव, अरुण सिंह, बिहारी ठाकुर, जदयू के मो. अली, अशोक चौधरी, युवराज यादव, हेम नारायण यादव, आदि ने शहीद दरोगा नंद किशोर यादव के पैतृक गांव पहुच कर मृतक के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त किये। शहिद दरोगा की मौत पर उनके परिजनों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ हैं। मृतक की पत्नी अमृता यादव का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी अपनी पति के गम में बेसुध होकर के पड़ी हुई हैं। शहिद दरोगा के भाई व रिश्तेदारों में मानो कोहराम मच गया हैं। मृतक का पुत्र हर्ष आनद 10 वर्ष, यश आनंद 08 वर्ष भी अपनी पिता के शव को देख काफी गमगीन हैं। मृतक के भाई नारायण यादव ने बताया कि नंद किशोर वर्ष 2009 में दरोगा की परीक्षा पास किया था। वह बचपन से ही मेधावी था। दरोगा बनने के बाद उनकी पोस्टिंग किशनगंज, व पूर्णिया जिला के बाद समस्तीपुर में हुआ था। उनका भाई नारायण यादव ने बताया कि वे काफी निडर, साहसिक व्यक्ति था। हमेशा से उनकी प्रवर्ति एन्टी क्रिमनल रही थी। शहिद दरोगा के भाई नारायण यादव ने बताया कि चार भाइयों में सब से छोटा था नंद किशोर यादव। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ा लक्ष्मी यादव, दूसरा नारायण यादव, तीसरा भाई बाबू लाल यादव व चौथा व सब से छोटा नंद किशोर यादव था। सब से छोटा होने के कारण वे सब का दुलारा था। नारायण यादव ने बताया कि वे 1992 में मैट्रिक परीक्षा पलासी हाई स्कूल से पास किया था। उसके बाद इंटर व बीए अररिया कॉलेज से पास किया। उन्होंने बताया वे पूर्णिया मे रह कर ही तैयारी करता था। उन्होंने बताया कि उनकी 2012 वर्ष 2012 में जोकीहाट के बहरबाड़ी गांव में हुई थी। शहिद दरोगा का दो संतान हैं। सबसे बड़ा बेटा हर्ष आनंद व दूसरा बेटा यश आनंद हैं। शहिद दरोगा की मौत पर करोड़ दिघली गांव पहुचे सांसद प्रदीप सिंह ने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार में अपराधी बेलगाम हो गया हैं। सुशासन की सरकार में आम लोग तो क्या पुलिस भी सुरक्षित नही हैं। सुशासन की सरकार जंगल राज्य बन गया हैं। सुशासन की सरकार में आम जनता बेहाल हैं। सांसद ने कहा कि सुशासन सरकार में अपराधी बैखोफ घटना को अंजाम दिया हैं। सांसद ने मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा तथा उनके परिवारों में एक को सरकारी नौकरी देने की मांग की। वही विधायक विजय मंडल, युवा भाजपा नेता रंजीत यादव ने भी सुशासन की सरकार को विफल बताते हुए कहा कि नीतीश सरकार में अपराधी बैखोफ घटना को अंजाम दे रहा हैं। वही शहिद दरोगा की मौत पर शोक संवेदना देने पहुचे एसपी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि सरकारी प्रावधान के तहत कार्रवाई की जायेगी।

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