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किशनगंज : जिले के स्वास्थ्य संस्थानों पर उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओ का किया गया निरीक्षण

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निर्देशक एवं जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण, वेलनेस सेंटरों पर जरूरी चिकित्सकीय सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना उद्देश्य

किशनगंज, 20 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाके के लोगों को सभी जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराना सूबे में स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं में है। बेहतर चिकित्सीय सेवाओं तक आमलोगों की पहुंच सुनिश्चित कराने में सूबे की कल्याणकारी सरकार के द्वारा सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित जिले में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रारंभिक अवस्था में गंभीर रोगों का पता लगाने, उपचार सुनिश्चित कराने, मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की मजबूती सहित विभिन्न एनसीडी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिहाज से जरूरी है। लिहाजा जिले में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने को लेकर बुधवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रत्यय अमृत के नेतृत्व में अलग प्रखंडों में कार्यपालक निर्देशक, राज्य स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों एवं जिले के जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं वरीय पदाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य सुविधा का निरीक्षण किया गया। उक्त निरीक्षण के क्रम में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सूबे के सभी जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जरूरी पहल की जा रही है। निरीक्षण के क्रम में जिले के सभी वेलनेस सेंटरों सहित सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाएं, स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति, भवन, रोगियों के बैठने का इंतजाम, स्वच्छ पेयजल, शौचालय की उपलब्धता सहित उपलब्ध अन्य सुविधाओं का पता लगाया गया। ताकि कमियों का पता लगा कर इसमें अपेक्षित सुधार को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करायी जा सके। डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिये हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का सफल संचालन जरूरी है। जिले में फिलहाल 156 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित हैं। वेलनेस संटरों पर चिकित्सा अधिकारी व स्टाफ नर्स की उपलब्धता, सेंटर अपने निजी भवन में संचालित है या नहीं, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, मरीज व उनके परिजनों के लिये बैठने के इंतजाम, संस्थागत व आधारभूत संरचना के स्तर पर कमियों का पता लगाना व विभागीय स्तर से इसे दूर करने के लिये जरूरी पहल सुनिश्चित कराना इसका मुख्य उद्देश्य है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सूबे में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सफल संचालन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके माध्यम से ग्रामीण इलाके के लोगों को 14 तरह की डायग्नॉस्टिक सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराना लक्ष्य है। कुछ एक स्थानों को छोड़ कर शेष स्थानों पर ये सभी सेवाएं उपलब्ध हैं। इसी तरह सभी एचडब्ल्यूसी पर अनिवार्य दवाओं की सूची में शामिल कुल 151 दवाओं को उपलब्ध कराया जाना है। फिलहाल केंद्रों पर 90 से 100 तरह की दवाएं लोगों को उपलब्ध हो रही हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निर्देशक, संजय कुमार ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से ओपीडी सेवा, एनसीडी स्क्रीनिंग, टेलीमेडिसिन, एएनसी जांच, परिवार नियोजन संबंधी सेवा व परामर्श सेवाओं का लाभ मुहैया कराया जा रहा है। वेलनेस सेंटरों पर प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाला विशेष स्वास्थ्य मेला स्थानीय ग्रामीणों के लिये विशेष रूप से लाभकारी साबित हो रहा है। साथ ही विभिन्न संक्रामक व गैर संक्रामक रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने में भी वेलनेस सेंटर की भूमिका अहम साबित हो रही है। लिहाजा इसके सुदृढीकरण को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के द्वारा जिले के रेफरल अस्पताल छ्तारगाछ, ठाकुरगंज प्रखंड के पौआखली एपीएचसी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज का स्वयं निरीक्षण किया, उन्होंने सम्पूर्ण अस्पताल का राउंड लिया। इस बीच वे जाकर मरीजों का हालचाल पूछा तथा व्यवस्था एवं आउटकम की जानकारी ली। साफ-सफाई को खराब स्थिति को लेकर वे बिफर पड़े। साथ ही उपस्थित स्वास्थ्य पदाधिकारियों को उन्होंने सख्त चेतवानी दी। अपर मुख्य सचिव द्वारा बताया गया कि कल्याणकारी सरकार द्वारा जिला अस्पतालों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मिशन सिक्सटी नामक अभिनव प्रयास किया गया है जिसका सकारात्मक परिणाम आया है। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के सुंदृढ़ीकरण को लेकर प्रतिबद्ध है और बेहतर करने की दिशा में सतत प्रयास किया जा रहे हैं।उन्होंने निर्देश दिया कि अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर ध्यान दिया जाए। जिलाधिकारी, किशनगंज तुषार सिंगला के द्वारा महीनगांव एपीएचसी, सदर अस्पताल सहित नवनिर्मित 50 बेड वाले स्वास्थ्य संस्थानों का इंस्पेक्शन किया गया। उनके द्वारा मुख्य रूप से रोस्टर ड्यूटी अनुसार ओपीडी संचालन, चिकित्सकों की उपस्थिति, इमरजेंसी वार्ड, दवा वितरण, जांच और अन्य व्यवस्था को देखा गया। जिलाधिकारी ने अस्पताल में मरीजों को निर्धारित समय से चिकित्सा व्यवस्था सुलभ करवाने को सूक्ष्मता से परखा। निरीक्षण क्रम में उन्होंने बताया की जिला अंतर्गत सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उत्कृष्ट कोटि की चिकित्सीय व्यवस्था हेतु जिला प्रशासन दृढ़ संकल्पित है। निरीक्षण के दरम्यान अस्पताल परिसर का भ्रमण कर ओपीडी संचालन, इमरजेंसी वार्ड, डाक्टर का रोस्टर ड्यूटी, एएनएम, पारा मेडिकल स्टाफ की उपस्थित, साफ सफाई आदि का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए।

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