बिहार में लोकतंत्र और वोट के अधिकार को सुरक्षित करने के लिए तेजस्वी जी और राहुल जी के नेतृत्व में इंडिया महागठबंधन का कल 17 अगस्त से 16 दिनों का वोट अधिकार यात्रा रोहतास से शुरू होगी : शक्ति सिंह यादव

सोनू यादव/बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय के कर्पूरी सभागार में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव एवं प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग वोट की चोरी ही नहीं, बल्कि डकैती कर रही है। आजाद भारत में वोट के अधिकार को सुरक्षित करने के लिए सभी को इंडिया महागठबंधन का साथ देना चाहिए। बिहार में लोकतंत्र और वोट के अधिकार को सुरक्षित करने के लिए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी इंडिया महागठबंधन के सभी नेताओं के साथ वोटर अधिकार यात्रा रोहतास जिला के सासाराम से 17 अगस्त, 2025 से 01 सितम्बर, 2025 तक 16 दिनों की यात्रा शुरू कर रहे हैं। इस यात्रा में वोट के अधिकार और चुनाव आयोग के द्वारा सत्तारूढ़ दल के इशारे पर किये जा रहे कार्यों को उजागर किया जायेगा। और यह बताया जायेगा कि किस तरह से वोट के अधिकार से वंचित करने के लिए साजिश की जा रही है। केन्द्र की सत्ता में बैठी भाजपा वोट के अधिकार से वंचित करने के बाद नागरिक अधिकारों से भी शोषितों, वंचितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और बिहार से बाहर रोजी-रोटी कमाने के लिए गये हुए लोगों को हर तरह की सुविधाओं से वंचित करना चाहती है।
श्री शक्ति सिंह यादव ने आगे कहा कि बिहार में एस.आई.आर के नाम पर जिस तरह की साजिश की गई थी, उस पर सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने सामने आकर लोगों को बताया कि किस तरह से भाजपा, जदयू और एनडीए के लोग चुनाव आयोग को मिलाकर काम कर रही है और चुनाव आयोग ने जिस तरह से सत्ता के इशारे पर काम किया ,उसको माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी स्वीकार किया । और विपक्षी दलों तथा तेजस्वी जी के द्वारा जो सवाल खड़े किये गये थे उसपर चुनाव आयोग से जवाब देने और सभी 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम जिनके विलोपित कर दिये गये थे उसकी सूची मंगलवार तक सार्वजनिक करने ,तथा इस सूची को जिला से लेकर बुथवार तक सार्वजनिक करने की बात कही। चुनाव आयोग के इस तरह के कृत्यों के कारण चुनाव आयोग की साख मिट्टी में मिल गई और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश गुप्ता ने भाजपा को खुश करने के लिए जो कार्य किये थे उससे चुनाव आयोग के साख को भी दांव पर लगा दिया। चुनाव आयोग भाजपा के विचारधारा और उसके इशारे पर चल रही थी जिसके कारण भाजपा, जदयू और एनडीए के नेताओं के दो-दो विधान सभा क्षेत्रों में नाम इपिक नम्बर और उनके अलग-अलग उम्र के मामले भी सामने आये, जो फर्जी तरीके से किये गये थे। जबकि 65 लाख मतदाताओं के नाम जाहिर करने से चुनाव आयोग इसलिए बचना चाहती थी कि सच्चाई सामने नहीं आये। इनकी नीयत पहले से लोकतंत्र को कमजोर करने और भाजपा को जीताने की नजर आ रही थी।
इन्होंने आगे कहा कि बिहार में एस.आई.आर के मामले में गुजरात मॉडल का चुनाव आयोग ने प्रयोग किया जिस कारण गुजरात के भाजपा प्रभारी भिखु भाई दिलशानिया जो 2024 में गांधी नगर लोकसभा में वोट दिये थे उनका नाम पटना के बांकीपुर विधान सभा के मीलर हाई स्कूल के बुथ पर नाम अंकित कर दिया गया है एसआईआर के बाद।
इन्होंने इसके लिए सभी मतदाताओं के साथ राष्ट्रीय जनता दल और सभी इंडिया महागठबंधन के नेताओं से अपने-अपने बूथ पर नजर रखने और गुजरात मॉडल से बिहार को बचाने की अपील की है, ताकि किसी और गुजरात के वोटर न बन जाएं।
इन्होंने कहा कि जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में चुनाव आयोग को आधार को भी शामिल करने की बात कही तो अब आधार में ही तबदिलियां कर दी गई है और उसमें माता-पिता का नाम हटा दिया गया है। अजीबोगरीब स्थिति चुनाव आयोग ने पैदा कर दी है और अब मतदाता को ही सिद्ध करना होगा कि उनका नाम ही वोटर लिस्ट से ही हटाया गया है जबकि पहले मतदाता का नाम चुनाव आयोग के द्वारा शामिल कर लिया जाता था । जिस तरह से कार्य किये जा रहे हैं उससे स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग निष्पक्षता और सच्चाई से लोगों को दूर रखना चाहती है और वही काम कर रही है जो भाजपा के लोगों को पसंद आता है।
इन्होंने कहा कि जब इवीएम पर सवाल खड़े किये जा रहे थे तब भाजपा और जदयू के नेता एड़ी उठाकर इस पर वक्तव्य दे रहे थे लेकिन हरियाणा के पानीपत के बुआना लाखू गांव में पंचायत चुनाव का परिणाम सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई के बाद अपने सामने वोटों की गिनती करवाकर इस मामले में हारे हुए प्रत्याशी मोहित कुमार को जीत का प्रमाण पत्र दिया और पहली बार इवीएम की गड़बड़ी पर हकीकत सामने आयी। सवाल ये है कि गांव के सरपंच के चुनाव में जब परिणाम बदला जा सकता है तो विधान सभा और लोकसभा के चुनाव में इवीएम के माध्यम से भाजपा और जदयू ने किस तरह से 2020 और 2024 के चुनाव में किया ये सबों ने देखा। मेरे ही विधान सभा हिलसा का चुनाव परिणाम किस तरह से बदला गया ये पूरा बिहार के लोग जानते हैं। लेकिन इस बार वोट चोर और इवीएम में हेराफेरी करने वालों को जनता सबक सिखाएगी।
इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री गोपाल प्रसाद गुप्ता एवं अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के श्री उपेन्द्र चन्द्रवंशी भी उपस्थित थे।