किशनगंज : मद्य निर्देश के आलोक में उत्पाद अधीक्षक समेत सभी थाना को प्रभावी कार्रवाई करने का DM ने दिया निर्देश व कार्यों में सुधार लेने की सख़्त चेतावनी।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी व समाहर्त्ता, डॉ आदित्य के द्वारा मद्य निषेध और बाढ़, पंचायत निर्वाचन के तैयारियो की समीक्षा समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष, एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी अमित कुमार, उत्पाद अधीक्षक सत्तार अंसारी, वर्चुअल माध्यम से सभी बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सर्वप्रथम समाहर्त्ता, डॉ आदित्य प्रकाश के द्वारा मध निषेध से संबधित कार्यों की गहन समीक्षा की गई। एक्साइज अंतर्गत, शराबबंदी पूरे राज्य में लागू है। सभी चेकपोस्ट, सीमावर्ती क्षेत्र, सभी थाना और उत्पाद के द्वारा अवैध शराब बिक्री, परिवहन, उत्पादन, सेवन को रोकने हेतु छापामारी, जब्ती की समीक्षा के क्रम में कार्य निराशाजनक पाया गया। डीएम ने कहा कि मध निषेध सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अतः जहां भी अवैध शराब निर्माण एवं शराब का सेवन की सूचना मिलती है, वहां त्वरित गति से कार्रवाई करना सुनिश्चित की जाए एवं छापामारी में जब्त किए गए शराब, स्प्रिट व अन्य नशीले पदार्थ इत्यादि के विनष्टीकरण पर प्रभावी कदम उठाएं। डीएम ने निर्देशित किया कि शराब विनष्टीकरण में विलंब नहीं करें अन्यथा इसको गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि शराब अथवा इसे बनाने संबंधी पदार्थ की जब्ती के 90 दिनों के अंदर सारी प्रक्रिया पूर्ण किए जाएं। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि किशनगंज जिला के एक्साइज सहित कई थानों के द्वारा शराबबंदी को लेकर छापामारी और बरामदगी काफी निराशाजनक पाई गई। यथा गरबनडानगा, फतहपुर, जियापोखर, सुखानी, पौवाखली, पाठामारी, पोठिया, पहड़कट्टआ थाना के द्वारा मद्यनिषेध के आलोक में प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इन थाना में दर्ज उत्पाद अभियोग की संख्या शून्य पाया गया। इसी प्रकार दिघलबैंक, कोढाबारी, टेढ़ागाछ, कुर्लिकोट थाना में मात्र 1 उत्पाद अभियोग दर्ज पाया गया और गिरफ्तारी प्रायः शून्य है। DM श्री प्रकाश ने कहा कि उक्त आंकड़ा थाना और उत्पाद विभाग के कार्य में शिथिलता का प्रतीक है। इसी प्रकार गलगलिया समेत विभिन्न चेकपोस्ट पर शराब पकड़े जाने की सूचना नगण्य पाए जाने पर कहा कि एसा प्रतीत हो रहा है कि उत्पाद अधीक्षक के द्वारा मद्य निषेध के कार्यों में काफी शिथिलता के साथ कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की सीमावर्ती जिला होने के कारण अवैध शराब परिवहन, निर्माण, बिक्री और सेवन के विरुद्ध छापामारी कर उपलब्धि दिखाए और अपने कार्यों में सुधार लाएं। उक्त बैठक में पुलिस अधीक्षक, कुमार आशीष ने संबंधित पुलिस पदाधिकारियों व थाना अध्यक्ष को निर्देश दिया कि छापामारी की संख्या में तेजी लाते हुए संबंधित लोगों को गिरफ्त में लाए। उन्होंने अनुसंधान पदाधिकारी को निर्देश दिया कि लोक अभियोजक के साथ पूरी तरह समन्वय स्थापित करते हुए मामले को तेजी से चलाया जाए ताकि दोषी व्यक्ति को सजा दिलाई जा सके। उत्पाद मामलो में उन्होंने जब्ती सूची बनाने में सावधानी बरतने का निर्देश दिया। समाहर्त्ता डॉ प्रकाश ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सरकारी कर्मी यदि शराब पीते हैं, शराब पीकर वारदात करते हैं, तो उनपर पूरी सख्त कार्रवाई होना आवश्यक है। दिनांक 15 जून को शराब संबंधी जब्त वाहनों की नीलामी में प्राप्त राजस्व से उत्पाद अधीक्षक ने अवगत कराया। समाहर्त्ता, डॉ आदित्य प्रकाश किशनगंज में उत्पाद विभाग के कार्य से काफी असंतुष्ट दिखे तथा मद्यनिषेध के निमित शराब की अवैध बिक्री, परिवहन व उत्पादन के विरुद्ध लगातार छापामारी अभियान, गस्ती हेतु उत्पाद अधीक्षक को निर्देश दिय। उन्होंने कहा कि जिला की सीमा बंगाल, नेपाल से लगने के कारण शराब के परिवहन, बिक्री की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है, इसलिए पुलिस पदाधिकारी समेत उत्पाद के पदाधिकारियों को काफी संवेदनशीलता के साथ कार्य कर सरकार की नीति को लागू करना होगा। बैठक में डीएम एसपी के अतिरिक्त एसडीएम, शाहनवाज अहमद नियाजी, डीपीआरओ अमित कुमार, उत्पाद अधीक्षक सत्तार अंसारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।