महिला संवाद: किशनगंज में पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय विकास को लेकर महिलाओं की सशक्त आवाज

किशनगंज,24मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावशाली पहल के तहत चल रहे “महिला संवाद कार्यक्रम” में जिले की महिलाएंअपने परिवेश, पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय विकास और सामाजिक मुद्दों पर मुखरता से अपनी बात रख रही हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को मंच देकर उनकी आकांक्षाओं, समस्याओं और सुझावों को नीति-निर्माण से जोड़ना है।
दिघलबैंक प्रखंड के तुलसिया पंचायत की महजबी बेगम ने सार्वजनिक स्थलों पर पक्के कूड़ेदानों के निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे कूड़ा प्रबंधन सुचारु होगा और स्वच्छता बनी रहेगी।
वहीं कोचाधामन प्रखंड के कमलपुर पंचायत की रंजना देवी ने तालाब और पोखर संरक्षण को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि किशनगंज में वर्षा अधिक होती है और मछली पालन की अपार संभावनाएँ हैं। अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से सटे होने के कारण यहां से मछली का निर्यात भी किया जा सकता है। उन्होंने जल संसाधनों के संरक्षण को भूमिगत जल स्तर को बनाए रखने में भी सहायक बताया।
महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं को अपनी बात रखने का सहज, सुरक्षित और प्रभावी मंच उपलब्ध करा रहा है। वे बिना संकोच अपनी पंचायत, गाँव और परिवार से जुड़ी समस्याओं व आकांक्षाओं को साझा कर रही हैं।
कार्यक्रम का आयोजन जिले के सभी सातों प्रखंडों में किया जा रहा है और यह दोनों पालियों (सुबह और शाम) में संचालित हो रहा है। 37वें दिन शनिवार को बीस ग्राम संगठनों में महिला संवाद आयोजित हुआ। यह कार्यक्रम 18 अप्रैल से निरंतर रूप से प्रतिदिन विभिन्न ग्राम संगठनों में आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम स्थल पर जागरूकता वाहन में लगी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से महिलाओं को सरकार की योजनाओं से संबंधित वीडियो फिल्में दिखाई जा रही हैं। साथ ही महिला सशक्तिकरण योजनाओं की जानकारी से संबंधित लीफलेट का वितरण और उसका वाचन भी किया जा रहा है, जिससे महिलाएँ सरकारी योजनाओं से सीधे जुड़ सकें।
यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं को जागरूक बना रहा है, बल्कि स्थानीय नीति व विकास में उनकी भागीदारी को भी सशक्त बना रहा है। जिला प्रशासन द्वारा महिलाओं से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में महिला संवाद कार्यक्रमों में भाग लें और अपने विचार प्रकट करें।