किशनगंज : विधुत अभियंता की पत्नी के मौत मामले में पुलिस की टीम 7 बिंदुओं पर जांच करने पहुंची अभियंता के किराए के आवास पर।
आधे घंटे तक टीम उक्त मकान के अंदर मौजूद थी। टीम जांच के बाद रवाना हो गई। बता दें कि 23 सितंबर को विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता रंजन कुमार देव की पत्नी अमिता सान्या का शव डांगी बस्ती में किराए के आवास में कमरे में संदेहास्पद मिला था। जिसके बाद एसडीएम शाहनवाज अहमद नियाजी एवं एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी मौके पर पहुंचे थे। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया था।
घटना के बाद पुलिस जांच शुरु कर आगे की कार्रवाई में जुट गई थी। पुलिस मामले में बारीकी से सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, विधुत विभाग के कार्यपालक अभियंता रंजन कुमार देव की पत्नी अमिता सानया की मौत का अब तक कारण पता नहीं चल पाया है। 2 अक्टूबर को पुलिस की एक टीम मामले की जांच करने अधिकारी के किराए के आवास पर पहुंचे।हालांकि इस दौरान एक्सक्यूटिव इंजीनियर घर पर नहीं थे। पुलिस टीम ग्रामीण जेई के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर जांच की तथा बताया कि जांच सात बिंदुओं पर किया जा रहा है। मामला हत्या या आत्महत्या है। इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस जुटी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या आया है। इस पर पुलिस अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। एक्सक्यूटिव की पत्नी कैसे अधिक उंचाई पर पहुंच कर फंदा लगाई ? क्योंकि कोई साधन फंदे तक पहुंचने का मौत के बाद पुलिस को नहीं मिला था। घटना के बाद फंदे से लटकने के लिए उपयोग किया गया किसी प्रकार का रस्सी या दुपट्टा भी नहीं मिला था। घटना के बाद मृतका के गले में फंदे से लटकने का डार्क मार्क भी नहीं मिला था। महिला पुलिस अधिकारियों को हाथ व गले में कुछ नाखून के निशान जरूर मिले थे। इस बिंदु पर पुलिस खास नजर से जांच कर रही है। मृतका के मोबाइल नंबर से प्राप्त सीडीआर में कुछ नम्बर मिले हैं। इस बात को पुलिस गोपनीय रख रही है। बताया गया कि महिला प्रतिदिन जिम जाती थी। जिम को भी जांच के बिंदु में रखा गया है। बता दें 23 सितंबर की शाम विद्युत विभाग के एक्सक्यूटिव रंजन कुमार देव की पत्नी का शव फंदे में लटका मिला था। वही एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने कहा कि हर बिंदू पर पुलिस की जांच जारी है। कुल सात बिंदू पुलिस के सामने हैं। जांच पूरा होने के बाद कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है। जो भी दोषी पाए जाएंगे उन्हें किसी भी सूरत में बख्सा नहीं जाएगा।