किशनगंज : जिले में अब सभी प्रखंड में जरूरत के अनुसार उपलब्ध हो रहे है दवा एवं उपकरण।

जिले के किसी भी अस्पताल में नहीं होगी दवा की कमी, डीवीडीएमएस पोर्टल पर किया गया समीक्षा बैठक।
- प्रखंड स्तर से ऑनलाइन कर सकते हैं डिमांड।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में अस्पताल आने वाले मरीजों को दवा परामर्श जांच सुनिश्चित कराने को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सीय प्रबंधन किया जा सके। इसी को लेकर शुक्रवार को सदर अस्पताल स्थित सभागार कक्ष में जिले के सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्षा पदाधिकारी, फार्मासिस्ट, स्टोरकीपर व प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी के साथ ड्रग्स एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम पर प्रथम त्रेमासिक समीक्षा बैठक का आयोजन सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर की अध्यक्षता में किया गया। अब जिले अथवा प्रखंड स्तर से सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपनी अगले तीन महीने की मांग भेज दी जाएगी। तय समय में ही प्रखंड में जरूरी मांग अनुरूप दवा या उपकरण उपलब्ध करा दी जाएगी। बैठक में जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी कौशलेंद्र कुमार, जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार, एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित हुए। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश के अनुसार जिले के एमसीएच ओपीडी में 76, एमसीएच आईपीडी में 113, एमसीएच ओटी में 36, डीएच ओपीडी में 71, डीएच आईपीडी में 96, एसडीएच ओपीडी में 58, एसडीएच आईपीडी में 65, सीएचसी ओपीडी में 55, सीएचसी आईपीडी में 59, पीएचसी ओपीडी में 50, पीएचसी आईपीडी में 34, एपीएचसी ओपीडी में 50, एपीएचसी आईपीडी में 34, एचएससी (एल-1) हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में 15 प्रकार के दवा की उपलब्धता होनी चाहिए।सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की जिले के सदर अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मरीज आते हैं। कभी-कभी मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है। मरीज को चिकित्सीय परामर्श के साथ-साथ दवा उपलब्ध करायी जा रही है। अस्पताल में दवा की कोई कमी नहीं है। यहां सर्दी, खांसी, कालाजार, डेंगू, टीबी, मलेरिया, कोरोना सहित अन्य बीमारियों की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की स्वास्थ्य विभाग एवं राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मुफ्त दवा कार्यक्रम को प्रभावी बनाने की कवायद की जा रही है। जिले के सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों के भंडार प्रबंधन एवं आपूर्ति श्रृंखला को स्वचालित करने के लिए डीवीडीएमएस के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को वितरित की जा रही सभी प्रकार की औषधियों की वास्तविक खपत का संधारण अथवा प्रविष्टि संजीवनी प्रणाली के तहत दवा वितरण काउंटर पर भी किए जाने का निर्देश सिविल सर्जन ने सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है कि जिला अंतर्गत सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ईडीएल (आवश्यक दवाओं) की सूची में चिह्नित औषधि एवं शल्य की सामग्रियों की स्टॉक जांचते हुए इसे ऑनलाइन सुनिश्चित किया जाए। दवाओं एवं सामग्रियों की प्राप्ति के बाद उनका ई औषधि पोर्टल पर अनुपालन भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाओं और उपकरणों की आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली में सुधार के लिए-ड्रग्स एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम नामक सॉफ्टवेयर है, जो केयर इंडिया और सीडीएसी द्वारा तकनीकी रूप से समर्थित है। यह देखा गया था कि इस सॉफ्टवेयर के बावजूद भी आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली में स्वास्थ्य केंद्रों को परेशानी का सामना करना पर रहा था। इसलिए अब इस सॉफ्टवेयर में उन्नत सुविधाएँ जोड़ी गयी हैं। ताकि आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन सुचारू रूप से हो सके। अब सभी अस्पतालों को दवाएँ व उपकरणों की समस्या से शीघ्र निजात मिल सकेगी और नियमित समय पर सामग्री अस्पताल में उपलब्ध होगी।