प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना का कार्यान्वयन
मिथलेश कुमार/मत्स्यपालन विभाग, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के अंतर्गत विजियनगरम जिले सहित राज्य में मात्स्यिकी और जलीय कृषि के विकास के लिए 559.10 करोड़ रुपए के केंद्रीय अंश के साथ 2398.72 करोड़ रुपए की कुल लागत पर आंध्र प्रदेश सरकार से प्राप्त प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने सूचित किया है कि पीएमएमएसवाई के अंतर्गत विजियनगरम जिले के चिंतापल्ली में 1424.15 लाख रुपए के केंद्रीय अंश के साथ 2373.59 लाख रुपए की लागत से एक फिश लैंडिंग सेंटर की स्थापना को मंजूरी दी गई है और यह निविदा चरण में है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने सूचित किया है कि पीएमएमएसवाई के अंतर्गत विजियनगरम जिले के 11,669 मछुआरों और मत्स्य किसानों को विभिन्न गतिविधियों के कार्यान्वयन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जैसे (i) नाव और जाल का प्रतिस्थापन (री प्लेसमेंट) (ii) फिश कियोस्क (iii) फिश रिटेल मार्केट (iv) लाइव फिश वेंडिंग सेंटर (iv) रीसर्क्युलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (v) आइस बॉक्स के साथ मोटरसाइकिल (vi) इंसुलेटेड वाहन (vii) आइस बॉक्स के साथ थ्री-व्हीलर (viii) मत्स्यन प्रतिबंध अवधि के दौरान आजीविका और पोषण संबंधी सहायता (ix) जलाशयों में फिंगरलिंग की स्टॉकिंग (x) सागर मित्रों की नियुक्ति और (xi) मछुआरों और मत्स्य किसानों का प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण । 11,669 लाभार्थियों में से, 8626 मछुआरों को मत्स्यन प्रतिबंध की अवधि के दौरान आजीविका और पोषण संबंधी सहायता प्रदान की गई और विजियनगरम जिले में 375 मछुआरों और मत्स्य किसानों को प्रशिक्षित किया गया।
आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा दी गई सूचना के अनुसार विजियनगरम जिले में पीएमएमएसवाई के अंतर्गत आवंटित और उपयोग की गई धनराशि का वर्ष-वार ब्यौरा नीचे दिया गया है:
(रुपए लाख में)
वर्ष
आवंटित निधि
उपयोग की गई निधि
2020-21
493.85
0.00
2021-22
753.59
28.57
2022-23
437.18
104.49
2023-24
99.51
174.19
2024-25
0.00
30.30
कुल
1784.13
337.55
आंध्र प्रदेश सरकार ने सूचित किया है कि विजियनगरम जिले के पुसापतिरेगा मंडल के पथिवाड़ा बारीपेटा गांव को पीएमएमएसवाई के 100 जलवायु अनुकूल तटीय मछुआरा गांव घटक के तहत चुना गया है और सागरमाला योजना के अंतर्गत विजियनगरम जिले के मुक्कम गांव, तिप्पलवलसा गांव और चिंतापल्ली गांवों में तीन फ्लोटिंग जेटी की योजना बनाई गई है। ये सभी परियोजनाएं विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयारी चरण में हैं।
यह जानकारी मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने 10 दिसंबर 2024 को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।