माननीय नीतीष कुमार जी लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए पुल बना रहे हैं – जदयू
कुछ लोग परिवार को राजनीती से जोड़ने के लिए राजनैतिक पुल बना रहे हैं - जदयू
पटना डेस्क/आज संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये मुख्य प्रवक्ता सह स0वि0प0, श्री नीरज कुमार, प्रदेष प्रवक्ता श्री हिमराज राम एवं श्री मनीष यादव ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव पुलों पर अनर्गल प्रलाप कर रूदाली बने हुये हैं। उन्हें घटित हुये किसी घटना की सच्चाई से कोई मतलब नहीं है।
सच तो यह है कि बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का ना तो स्पैम गिरा और ना ही पुल गिरा फिर भी राजनीतिक का बैताल अनर्गल आरोप लगाना शुरू कर दिया है। लेकिन उपरोक्त मामले में नेता प्रतिपक्ष को रूदाली बनने से कौन रोक सकता है।
प्रवक्ताओं ने नेता प्रतिपक्ष से सवाल किया कि उनके माता-पिता के शासनकाल में कितने पुलों का निर्माण किया गया था? वर्ष 1975 से 2005 तक निर्मित पुलों की कुल संख्या मात्र 230 ही है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष के माता-पिता का शासनकाल भी रहा है। वहीं माननीय श्री नीतीष कुमार जी ने अपने शासनकाल में ग्रामीण कार्य विभाग को छोड़कर सिर्फ बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा अभी तक कुल 1874 पुलों का निर्माण करवाया। माननीय श्री नीतीष कुमार जी ने ही पुल अनुरक्षण नीति बनाई।
बाॅक्स कल्वर्ट, एच0पी0 कल्वर्ट और सब कल्वर्ट क्या होता है, किसे कहा जाता है। इससे पहले शायद ही किसी को पता होगा।
यह श्री नीतीष कुमार जी की ही देन है जो आज नेता प्रतिपक्ष सड़क मार्ग से ‘‘कार्यकर्ता संवाद यात्रा’’ कर रहे हैं और उसी गाड़ी में खाना भी खा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष को माननीय श्री नीतीष कुमार जी का धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि इन्होंने इनके गृह जिला में 43 पुलों का निर्माण करवाया वहीं उनके माता-पिता ने अपने गृह जिला में कितने पुलों का निर्माण करवाया?
पुल का काम दो छोर को जोड़ना है, माननीय श्री नीतीष कुमार जी दलित, अतिपिछड़ा एवं कृषि से जुड़े लोगों के साथ ही बिहार की जनता के जीवन को सुगम बनाने के लिए पुल बना रहे हैं, जिससे राज्य के किसी जिले से 5 से 6 घंटे में लोग पटना पहुॅंच रहे हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव राजनैतिक पुल का निर्माण करने में लगे हुये हैं जिससे उनके परिवार के सदस्य राजनीति से जुड़ कर सेवा के नाम पर मलाई खा सकें। नेता प्रतिपक्ष रूदाली बन कर बिहार की जनता के साथ जो छलावा करना चाह रहे हैं, वह आम-आवाम को अच्छी तरह से पता है।