बिहार विधान परिषद् के माननीय सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह ने *बबुआ जी स्मृति एवं शोध संस्थान संगोष्ठी* का दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-सभापति महोदय ने कहा कि बिहार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों के पर्याय बने श्री कृष्णबल्लभ प्रसाद नारायण सिंह जी (बबुआ जी) का जन्म 16 सितंबर, 1914 को नालंदा जिले के रानी बीघा ग्राम में रायबहादुर एदल सिंह जी के घर में हुआ था। संघ की स्थापना के बाद डॉ. हेडगेवार अपना इलाज कराने बिहार आए तो राजगीर में बबुआ जी से मुलाकात हुआ। डॉ. जी की दृष्टि बहुत पारखी थी यह समझ गए कि बबुआ जी संघ कार्य के लिए बहुत उपयोगी होंगे।डॉ. जी ने उन्हें सर्वप्रथम गया नगर का संघचालक नियुक्त किया। इस प्रकार 24 वर्ष की युवावस्था में संघ से जुड़े और फिर जीवन भर संघ के लिए काम करते रहे।
उक्त कार्यक्रम में बिहार विधान सभा के माननीय अध्यक्ष श्री नंदकिशोर यादव जो बबुआ जी स्मृति एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष भी हैं, मुख्य वक्ता पूर्व राज्यसभा सांसद श्री राकेश सिन्हा, बबुआ जी स्मृति एवं शोध संस्थान के न्यासी डॉ. मोहन सिंह, राजकुमार सिन्हा, सचिव आनंद प्रकाश नारायण सिंह, उपाध्यक्ष जसवंत कुमार, चंद्र मोहन खन्ना और आनंद प्रकाश नारायण सिंह आदि मौजूद थे।