नवेंदु मिश्र
मेदिनीनगर – अग्रणी होम्योपैथिक दवा निर्माता कंपनी एसबीएल प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा मेदनीनगर शहर के आरडीएस रामाडा होटल में आर्ट ऑफ प्रेसक्राइबिंग विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम को भी प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात होम्योपैथिक चिकित्सा के जनक डा. सैमुअल हैनीमैन की तस्वीर के सामने दीपक प्रज्वलित कर माल्यार्पण व पुष्पांजलि करके की गई। जिसमें लगभग 110 होम्योपैथिक चिकित्सकों ने भाग लिया। सेमिनार का उद्घाटन डॉo रामनारायण कारक(जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी पलामू) डॉo मृत्युंजय कुमार मेहता ( डीपीएम) और जाने-माने डॉo निरंजन कुमार (BHMS) एवं प्रोफेसर डॉo वेंकटेश तिवारी (असिस्टेंट प्रोफेसर जीडी मेमोरियल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पटना) एवं कंपनी के नेशनल सेल्स मैनेजर अविनाश शुक्ला , डिविजनल सेल्स मैनेजर पी. सी शर्मा एवं जोनल सेल्स मैनेजर ए. के. नंदी के द्वारा संपन्न की गई है।
प्रोफेसर डॉo वेंकटेश तिवारी ने पीसीओडी और उसके होम्योपैथिक चिकित्सा प्रबंधन पर अपने विचार साझा किया। श्री तिवारी ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा सेवा सस्ती तो है ही और इसमें एक ही चिकित्सक कई रोगों के स्पेशलिस्ट होते हैं उन्हें अलग-अलग डिपार्टमेंट में भाग दौड़ करने की आवश्यकता नहीं है आज हम सभी को होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। होम्योपैथिक का चिकित्सा मानवीय संवेदना से ओतप्रोत होता है और वह अपने मरीज को देवतुल्य समझ के उनकी सेवा करता है। यह बात सही है कि उन्हें पैसे कमाना नहीं आता है सेवा और पैसा दोनों एक साथ नहीं हो सकते हैं। कंपनी की नेशनल सेल्स मैनेजर अविनाश शुक्ला ने एसबीएल के दृष्टिकोण के बारे में बात की । अंत में कंपनी की जोनल सेल्स मैनेजर ए. के. नंदी के द्वारा दवा के निर्माण, गुणवत्ता और मानकों के विषय में विस्तार से विवरण दिया गया, साथ ही साथ उन्होंने बताया कि एसबीएल कंपनी अपने प्रत्येक उत्पादन के गुणवत्ता समय दर समय जांच के बाद ही होम्योपैथिक चिकित्सकों के पास उपलब्ध की जाती है। इस अवसर पर कंपनी के द्वारा अपने नए होम्योपैथी औषधि पथरी की दवा क्लियर स्टोन सिरप (चीनी रहित ) को प्रस्तुत किया गया।
अंत में कंपनी के फील्ड सेल्स ऑफिसर देवाशीष पटनायक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ इस सेमिनार का समापन किएं।
एसबीएल एकमात्र ऐसा कंपनी है जिसकी अनुसंधान एवं विकास इकाई को विजन और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है, इसके अलावा एसबीएल प्राइवेट लिमिटेड के पास मान्यात्मक और गुणात्मक विश्लेषण दोनों के लिए एचपी टीएलसी है। जिससे एसबीएल कंपनी अपने होम्योपैथिक चिकित्सकों के पास गुणवत्तापूर्ण औषधि उपलब्ध करा पाती है।