ब्रेकिंग न्यूज़राज्य

कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति और ज़िलाधिकारी पटना द्वारा गुरू गोविंद सिंह सदर अस्पताल पटना सिटी का निरीक्षण किया गया।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:– साफ़ सफ़ाई बढ़ाने, अतिक्रमण हटाने और अनुपयुक्त जर्जर संरचनाओं को तोड़कर हटाने की कार्य योजना को अंतिम रूप दिया गया।

जिला दण्डाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के निदेश पर अनुमंडल दंडाधिकारी, पटना सदर द्वारा पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में पटना लॉ कॉलेज में प्रथम सेमेस्टर के छात्र श्री मनीष यादव के विरूद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के तहत कार्रवाई प्रारंभ की गई है। उनके विरूद्ध कुलानुशासक, पटना विश्वविद्यालय द्वारा कई बिन्दुओं पर अशोभनीय हरकत एवं शांति भंग करने की सूचना दी गई थी। जिलाधिकारी ने तत्क्षण कार्रवाई करते हुए अनुमंडल दंडाधिकारी, पटना सदर को श्री मनीष यादव के विरूद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 के अंतर्गत कार्रवाई करने का निदेश दिया।

कुलानुशासक, पटना विश्वविद्यालय द्वारा दिनांक 16.11.2022 को प्रतिवेदित किया गया था कि

1. दिनांक 16/11/22 को संध्या 5.55 बजे श्री मनीष यादव, पूर्व अध्यक्ष, पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ और वर्तमान में पटना लॉ कॉलेज में प्रथम सेम्सेटर का छात्र है जिसने अपने दल के साथ पटना विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास में घुसने की कोशिश की ।

2. नियमानुसार संध्या 5 बजे के बाद महिला छात्रावास में किसी आगुन्तक का प्रवेश सुरक्षा कारणों से निषेध रहता है। प्रवेश नहीं मिलने के बाद मनीष यादव और उसके लोगों ने वहाँ पर बदतमीजी शुरू किया और नारे लगाने लगे ।

3. छात्रावास की वार्डन ने दूरभाष द्वारा कुलानुशासक को इसकी सूचना दी कि ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है।

4. इसके बाद विश्वविद्यालय में सारे अधिकारियों के मौजूद होते हुए भी मनीष यादव विश्वविद्यालय नहीं आकर कुलपति आवास पर चला गया ।

5. वहाँ पहुँच कर उसने फिर वहाँ पर नारेबाजी शुरू की और मेन गेट को तोड़ने की कोशिश की और वहाँ अवस्थित गमलों को क्षतिग्रस्त कर दिया।

6. शोर सुनकर कुलपति महोदय की पत्नी ने कुलपति महोदय को फ़ोन किया कि घर पर ऐसी नाजुक स्थिति बन गयी है जिसे सुनकर कुलपति महोदय काफी चिंतित हो गए। उन्होंने तुरंत विश्वविद्यालय कुलानुशासक से सम्पर्क किया।

7. कुलानुशासक ने पीरबहोर थाना प्रभारी एवं विश्वविद्यालय में अवस्थित पुलिस चौकी से सम्पर्क कर स्थिति की जानकारी दी और निवेदन किया कि जल्द से जल्द पुलिस बल के साथ वहाँ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करें ।

8. पुलिस ने वहाँ पहुँच कर उनलोगों को शांत करने की कोशिश की परन्तु वे लोग नहीं मान रहे थे। फिर बड़ी मसक्कत के साथ वो लोग वार्ता करने पुलिस के साथ मुख्यालय आये जहाँ पर फिर से उन्होंने नारेबाजी की और गेट तोड़ने की कोशिश की ।

9. यह आचरण विश्वविद्यालय में अशोभनीय है और उनकी ऐसी हरकत की वजह से कुलपति महोदय के घर पर एक डर और तनाव का महौल बन गया है।

10. उनकी नियत से यही लगता है की वह विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को प्रभावित करना चाहते हैं और शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। इसमें किसी भी प्रकार का व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button