किशनगंज : मारवाड़ी कॉलेज के राम रतन सिंह और सुदामा देवी की सेवानिवृत्ति पर भव्य विदाई समारोह का आयोजन
राम रतन सिंह ने वर्ष 1989 में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के रूप में कॉलेज में अपनी सेवा शुरू की थी, वहीं, सुदामा देवी ने वर्ष 2001 में सफाईकर्मी के रूप में अपनी सेवा शुरू की और अपनी कड़ी मेहनत और खुशमिज़ाज स्वभाव से सभी का दिल जीत लिया
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किशनगंज, 15 जनवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, मारवाड़ी कॉलेज के दो ईमानदार और मेहनती कर्मचारी, राम रतन सिंह और सुदामा देवी, अपनी लंबी और निष्ठावान सेवा के बाद बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महा विद्यालय परिवार द्वारा एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य, प्रधानाध्यापक गण, और समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।
मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डा. संजीव कुमार ने कहा कि राम रतन सिंह ने वर्ष 1989 में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के रूप में कॉलेज में अपनी सेवा शुरू की थी। उन्होंने हमेशा ईमानदारी, समय की पाबंदी और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन किया। वहीं, सुदामा देवी ने वर्ष 2001 में सफाईकर्मी के रूप में अपनी सेवा शुरू की और अपनी कड़ी मेहनत और खुशमिज़ाज स्वभाव से सभी का दिल जीत लिया। राम रतन सिंह और सुदामा देवी कॉलेज की मजबूत नींव का हिस्सा रहे हैं। उनकी सेवाओं ने कॉलेज के माहौल को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी ईमानदारी और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।
अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. गुलरेज़ रौशन रहमान ने कहा कि राम रतन सिंह और सुदामा देवी की समय की पाबंदी और जिम्मेदारी हम सभी के लिए मिसाल है। राम रतन सिंह ने सिर पर चोट के बावजूद कभी अपने कर्तव्य से लापरवाही नहीं की। साथ ही उन्होंने ने कहा कि उनका घरेलू नाम ‘स्वामी’ है जो उनके व्यक्तित्व के अनुरुप ही है।
दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष साकेत कुमार ने सुदामा देवी की स्वच्छता और अच्छे व्यवहार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कॉलेज को हर समय साफ-सुथरा रखने में उत्कृष्ट भूमिका निभाई। गणित विभागाध्यक्ष डा. देवाशीष डांगर ने दोनों कर्मचारियों की सेवाओं को कॉलेज के इतिहास का उज्ज्वल अध्याय बताया।
उर्दू विभागाध्यक्ष डा. क़सीम अख़्तर ने राम रतन सिंह और सुदामा देवी के व्यक्तित्व और कृतित्व को नमन करते हुए कहा कि सुदामा देवी ने कॉलेज के साथ-साथ मानू सेंटर का भी विशेष ध्यान रखा।
इतिहास विभागाध्यक्ष डा. अश्विन कुमार, मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डा. विजोयेता दास, डा. मनारूल हक, डा. उमा शंकर भारती, डा. अनुज कुमार मिश्रा, और डा. रमेश कुमार ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
कॉलेज के अन्य कर्मचारियों, जैसे अरनव लाहिरी, राज कुमार राम, संजय कुमार दास, रविकांत गुंजन, प्रदीप कुमार, रवि कुमार, कृष्णा झा, बिरजू कुमार दास, आशुतोष कुमार, अशोक कुमार दास, इमरान खान और राजेश कुमार यादव सेवा निवृत्त कर्मचारियों में प्रवीर सिंहा और मोती सिंह ने भी दोनों के व्यक्तित्व और कर्तव्य निष्ठा की सराहना की।
समारोह के दौरान दोनों सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सम्मान और उपहार प्रदान किए गए। राम रतन सिंह और सुदामा देवी ने कॉलेज प्रशासन और सहकर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कॉलेज में काम करना हमारे लिए सम्मान की बात है। यह हमारे जीवन के सबसे यादगार क्षणों में से एक है। हम इन प्यार भरे पलों को हमेशा याद रखेंगे।
कार्यक्रम का संचालन उर्दू विभागाध्यक्ष डा. क़सीम अख़्तर ने किया। समारोह का समापन भावुक और यादगार क्षणों के साथ हुआ, जहां कॉलेज प्रशासन ने उनकी सेवाओं को सदैव याद रखने का संकल्प लिया।