राज्य
मोटे अनाज के आटे पर पांच फीसदी जीएसटी लगाने का फैसला वापस ले सरकार॥
कुणाल कुमार –10 अक्टूबर 2023 पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने मोटे अनाज के आटे पर पांच फीसदी जीएसटी लगाने के फैसले की निंदा की है। उन्होंने केंद्र सरकार से मोटे अनाज के आटे के साथ साथ सभी प्रकार के चावल, दाल और आटे पर से जीएसटी हटाने की मांग की है।
भाकपा राज्य सचिव ने बयान जारी कर कहा कि देश की जनता महंगाई से त्रस्त हैं। पिछले साल ही चावल, आटे सहित कई उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी लगाये गए थे जिससे महंगाई बढ़ गई है। अब सरकार ने मोटे अनाज के आटे पर भी पांच फीसदी जीएसटी लगा दी है जिससे आटे की कीमत बढ़ेगी और केंद्र सरकार के मोटे अनाज को बढ़ावा देने के अभियान को भी झटका लगेगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार मोटे अनाज को बढ़ावा दे रही है तो दूसरी तरफ मोटे अनाज के आटे पर पांच फीसदी जीएसटी लगा दी गई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कड़े शब्दों में इसका विरोध करती है। मोटे अनाज का उपयोग अधिकतर गरीब लोग हीं करते हैं। देश की जनता पहले से हीं महंगाई से तबाह है, इसके वाबजूद सरकार ने आटे पर जीएसटी लगाने का फैसला लिया। इस फैसले से महंगाई बढ़ेगी और गरीबों को दो जून की रोटी भी मिलना मुश्किल हो जाएगा। उन्हांेने केन्द्र सरकार से आटे, चावल और दाल पर से पांच फीसदी जीएसटी वापस लेने की मांग की।