*पूर्व आईपीएस व बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल का हार्ट अटैक से निधन*

सुमित रंजन पांडेय /पटना – बिहार के पूर्व आईपीएस व अयोध्या मंदिर ट्रस्ट के संस्थापकों में से एक आचार्य किशोर कुणाल का रविवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। रविवार सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ उसके तुरंत बाद उन्हें महावीर वात्सल्य अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें बचाया नहीं जा सका। वे 74 वर्ष के थे। बीपी सिंह की सरकार में केंद्र सरकार ने विश्व हिंदू परिषद और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के बीच मध्यस्थता के लिए उन्हें विशेष अधिकारी नियुक्त किया था। आचार्य किशोर कुणाल बिहार राज्य धार्मिक बोर्ड के अध्यक्ष के साथ पटना के चर्चित महावीर मंदिर न्यास के सचिव भी थे। महावीर मंदिर न्यास बोर्ड पटना में कई विद्यालय एवं कैंसर अस्पताल का संचालन करती है। आचार्य किशोर कुणाल ने राजधानी पटना में ज्ञान निकेतन जैसे चर्चित विद्यालय की भी स्थापना की थी। आचार्य किशोर कुणाल ने बिहार के चर्चित बॉबी हत्याकांड का उल्लेख अपनी पुस्तक दमन तक्षकों का’ में किया था। उन्होंने बिहार के चर्चित बॉबी हत्याकांड का उल्लेख करते हुए लिखा था कि गड़े हुए मुर्दे को निकालकर जांच की गई थी, 15 दिनों तक जांच में उन्हें सफलता नहीं मिली तो वह पटना के महावीर मंदिर में आकर बैठ गए। अगले तीन दिनों में उन्हें सफलता मिली, परंतु जांच को सीबीआई को सौंप दिया गया था। पुस्तक में किशोर कुणाल लिखते हैं कि इस मामले में कई सफेदपोशों को डर था कि उनका चरित्र जनता के बीच उजागर हो जाएगा इसलिए 40 विधायक और दो मंत्री ने मिलकर इस केस की जांच सीबीआई को दिलवा दिया। पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी के समाधि भी थे। किशोर कुणाल के बेटे सायन कुणाल का विवाह अशोक चौधरी की बेटी शांभवी से हुई है। शांभवी चौधरी वर्तमान में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से समस्तीपुर की सांसद हैं। आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई नेताओं ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संदेश में कहा कि आचार्य किशोर कुणाल एक कुशल प्रशासक एवं संवेदनशील पदाधिकारी थे। उनके निधन से प्रशासनिक सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।