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बिहार के कृषि एवं किसानों के उत्थान के लिए हम करेंगे कृषि कल्याण यात्रा :- विजय कुमार सिन्हा

मुकेश कुमार/माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा आज कृषि भवन, पटना स्थित अपने कार्यालय कक्ष से मीडियाकर्मियों के प्रतिनिधियों से प्रेस वार्ता किया गया। इस प्रेस वार्ता में सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री संजय कुमार अग्रवाल उपस्थित थे।

माननीय मंत्री के कहा कि कृषि केवल फसलों के उत्पादन का माध्यम ही नहीं बल्कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। कृषि प्रकृति का अमूल्य उपहार है, जिसमें एक बीज जमीन में डालने से सैकड़ों बीज बाहर आते हैं। इसलिए हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी किसानों को अन्नदाता कहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी जी॰वाई॰ए॰एन॰ (ग्यान) के सम्मान की बात करते है और कृषि एक ऐसा माध्यम है जिसमें गरीब, युवा, अन्नदाता और नारीशक्ति से चारों अक्षर जुड़े है।

उन्होंने कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है जहाँ लगभग 70 प्रतिशत से ज्यादा आबादी कृषि पर निर्भर है। हमारे देश के कल्चर का आधार ही एग्रीकल्चर है। भारत के समृद्ध सांस्कृतिक और आर्थिक ढ़ाचे की नीव कृषि ही है। देश की अर्थव्यवस्था में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो न केवल खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि ग्रामीण विकास में भी योगदान देते हैं। बिहार राज्य में लगभग 75 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है, जिसमें से 90 प्रतिशत से अधिक किसान लघु और सिमांत श्रेणी में आते हैं। मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है कि मुझे समाज के 80 प्रतिशत कृषि आधारित जनता की सेवा और उनके उत्थान करने का अवसर मिला है।

कृषि मंत्री ने माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के लिए जो सपना संजोया है, उन सपनों को साकार करने हेतु मुझे मौका दिया है। हम उन सपनों को साकार करने हेतु हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि किसान विकसित होगा तभी राष्ट्र विकसित होगा। देश के पूर्व राष्ट्रपति कलाम साहब ने कृषि को राज्य की मौलिक योग्यता कहा था। इसलिए विकसित बिहार का सपना तभी साकार होगा जब कृषि और किसानों का वास्तविक उत्थान होगा।

श्री सिन्हा ने कहा कि कृषि एवं किसानों के उत्थान की शुरूआत हम कृषि कल्याण यात्रा के माध्यम से बिहार के प्रत्येक जिले में जाकर उन सभी किसानों के बीच बैठकर करेंगे। इस माध्यम से इस विभाग की सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास करेंगे। हम कृषि और किसानों को फिजिकल, डिजिटल और सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराकर समेकित विकास सुनिश्चित करेंगे। आज 6700 कि०मी० रेल नेटवर्क और 2 लाख कि०मी० सड़क संरचनाओं की उपलब्धता राज्य में है। इन बुनियादी ढाँचों की सुविधा का लाभ कृषि के तीव्र विकास में लिया जा सकता है। हम लोगों को किसानों से भौतिक, डिजिटल और समाजिक स्तर पर जुड़ना और उन्हे जोड़ना भी है। दलहन और तेलहन फसलों की अधिप्राप्ति इसी मौसम में किया जाना है। दलहन क्षेत्र विकसित कर टाल क्षेत्र का विकास करना सरकार की प्राथमिकता रहेगी। किसान विकसित होगा, तभी बिहार विकसित होगा।
इस अवसर पर विशेष सचिव, कृषि विभाग डॉ॰ वीरेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि निदेशक श्री नितिन कुमार सिंह, निदेशक उद्यान श्री अभिषेक कुमार, अपर सचिव श्री शैलेन्द्र कुमार सहित कृषि विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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