*फैशन के छात्रों ने जाना बिहार की पारंपरिक कला का महत्व*
– उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान भ्रमण बना रचनात्मक अनुभव
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी पटना के तृतीय वर्ष के छात्रों को उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को पारंपरिक भारतीय शिल्पकला की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और डिजाइन संबंधी गहराइयों से परिचय कराना था।
छात्रों ने संस्थान के संग्रहालय में क्यूरेटर के मार्गदर्शन में सुजनी कला शिल्प की सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि को नजदीक से समझा।
पुस्तकालय का लाभ लेते हुए छात्रों ने पारंपरिक और समकालीन शिल्प साहित्य का अध्ययन किया। इसमें उन्होंने डिजाइन प्रक्रिया, रंग संयोजन, रूप रचना और बुनावट की बारीकियों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
भ्रमण के दौरान छात्रों ने सुजनी कला शाखा के प्रशिक्षकों से शिल्प निर्माण की वास्तविक प्रक्रिया को देखा और समझा।
यह शैक्षणिक भ्रमण न केवल छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट अनुभव बना, बल्कि उन्हें बिहार की समृद्ध हस्तशिल्प परंपरा से भी गहरे स्तर पर जोड़ गया।