किशनगंज : नशा मुक्ति केंद्र में परिजनों ने भोजन, दवा और देखभाल की कमी का लगाया आरोप

किशनगंज,25मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के रुईधाशा स्थित निजी नशा मुक्ति केंद्र में परिजनों ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि केंद्र में उनके बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। न तो समय पर दवा दी जाती है, न ही उचित देखभाल की जा रही है। वहीं, केंद्र प्रशासन ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।परवेज आलम के परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाज के लिए बेटे को केंद्र में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां उसे जबरन किचन और बाथरूम साफ करवाया जाता है। मुलाकात तक की अनुमति नहीं दी जाती। परिजनों का कहना है कि उन्हें अब अपने बेटे की हालत पर गहरी चिंता हो रही है।
इसी तरह, नसीबुर्रह्मान ने बताया कि उन्होंने अपने भाई मतिबुर्रह्मान को इलाज के लिए केंद्र में भर्ती कराया था। “कुछ बच्चे गांव लौटे तो उन्होंने बताया कि न तो वहां ठीक से खाना मिलता है, न दवाएं। कपड़े धुलवाए जाते हैं और कई बार मारपीट की जाती है।” जब इस बारे में केंद्र प्रबंधक इंद्रनील दास से पूछा गया, तो उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “यह सब झूठा है। हम सिर्फ मरीजों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खुद का कपड़ा धोने को कहते हैं।”गौरतलब है कि किशनगंज में नशा मुक्ति केंद्रों की संख्या सीमित है और जो केंद्र कार्यरत हैं, वे संसाधनों की भारी कमी से जूझ रहे हैं। जिले में नशे की गिरफ्त में आ रहे युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ओवरडोज़ के मामलों में अस्पतालों में भर्ती होने वाले युवकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
परिजनों की मांग है कि जिला प्रशासन इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और केंद्रों की कार्यप्रणाली में सुधार सुनिश्चित करे। साथ ही, नशा मुक्ति के प्रयासों को और प्रभावी बनाने के लिए संसाधन और निगरानी बढ़ाई जाए।