रोजगारोन्मुखी, विकासोन्मुखी और महिलाओं के उत्थान को समर्पित है बिहार का बजट – हिमराज राम।..

मुकेश कुमार/जद (यू0) प्रदेश प्रवक्ता श्री हिमराज राम ने कहा बिहार बजट को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान की तीखी आलोचना की है। मीडिया में जारी बयान में उन्होंने तेजस्वी यादव की बजट को लेकर उनकी समझदारी पर सवाल उठाया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष को बिहार का विकास दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में पेश बिहार के बजट में महिलाओं के उत्थान से संबंधित कई घोषणाएं की गई हैं। महिलाओं के लिए जिलों में पिंक बसों का परिचालन किया जाएगा जिसमें कि ड्राइवर, कंडक्टर केवल महिलाएं ही होंगी साथ ही राज्य के प्रत्येक पंचायत में गरीब कन्याओं के विवाह हेतु राज्य सरकार के द्वारा कन्या विवाह मण्डप का निर्माण कराया जाएगा जिससे खासकर गरीब तबके की कन्याओं को इसका लाभ मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि पटना में महिला हाट की स्थापना की जाएगी वहीं राज्य के सभी शहरों में महिलाओं के लिए पिंक टाॅयलेट की स्थापना की जाएगी। किसानों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस बजट में अन्नदाताओं की बेहतरी के लिए भी कई घोषणाएं की गई हैं। फसल उत्पादों को संरक्षित करने के लिए बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज का निर्माण, बाजार समितियों का विस्तार एवं एमएसपी पर अरहर, उड़द, मूंग दालों की खरीदारी से किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि बजट में जिन 358 प्रखंडों में डिग्री काॅलेज नहीं है उन प्रखंडों में डिग्री काॅलेज स्थापना की महत्वपूर्ण बात कही गई है।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि नौकरी और रोजगार पर सवाल उठाने से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के संकल्पों को ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कि अपने सात निश्चय के तहत मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार ने सरकारी नौकरी और रोजगार के मामले में देश भर में रिकाॅर्ड कायम किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी और रोजगार के मामले पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार पर सवाल उठाने से पहले तेजस्वी यादव को जरा अपने माता-पिता के शासनकाल के दौरान लोगों को मिले नौकरी और रोजगार के आंकड़े को भी पढ़ लेना चाहिए।
उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल पूछते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के साल 1990 से लेकर 2005 तक के शासनकाल के दौरान बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विभागों में कुल 19 हजार 538 नियुक्तियां की गई थी जबकि उस 15 सालों के दौरान मात्र 33 हजार 499 शिक्षकों का नियोजन हुआ था। तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल के दौरान राज्य में कोटिवार नियुक्तियां नहीं होती थी बल्कि नौकरियों की बोली लगती थी।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार में सात निश्चय के तहत कुल 10 लाख सरकारी नौकरी के वादे में से अबतक 9 लाख 35 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम पूरा कर लिया गया है जबकि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले 10 लाख सरकारी नौकरी के वादे से अधिक 12 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं रोजगार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 10 लाख रोजगार के वादे से अधिक अभी तक कुल 24 लोगों को रोजगार देने का काम पूरा कर लिया गया है जबकि चुनाव से पहले तक 34 लाख लोगों को रोजगार देने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बजट में नौकरी और रोजगार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस बजट में बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज का निर्माण, सड़कों का निर्माण, उद्योग धंधों के विकास से संबंधित कई घोषणाएं की गई है जिससे राज्य में नौकरी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और बड़े पैमाने पर युवाओं को नौकरी और रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि सही मायने में देखा जाए तो ये बजट रोजगारोन्मुखी, विकासोन्मुखी और महिलाओँ के उत्थान वाला बजट है जो राज्य के लोगों के लिए विकास के नए अवसर खोलेगा और उनकी जिंदगी को बेहतर बनाएगा।