किशनगंज : पोठिया प्रखंड में बाल विवाह रोकथाम और शिक्षा जागरूकता अभियान शुरू, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर

किशनगंज,03जुलाई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, पोठिया प्रखंड के सभी पंचायतों में बाल विवाह की रोकथाम और विद्यालय छोड़ने वाले बच्चों की संख्या को न्यूनतम करने के उद्देश्य से एक विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है। यह अभियान चाइल्डलाइन और जन निर्माण केंद्र के संयुक्त प्रयास से संचालित किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत चिन्हित विद्यालयों और पंचायतों में व्यापक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें विद्यार्थियों, अभिभावकों और समुदाय के अन्य लोगों की सक्रिय भागीदारी देखी जा रही है।
कल्याणकारी योजनाओं की दी गई जानकारी
अभियान के दौरान मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना, श्रम विभाग द्वारा दो बेटियों के विवाह हेतु ₹50,000 का अनुदान, कौशल विकास योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि बेटियां कम से कम 18 वर्ष की आयु तक शिक्षा और कौशल विकास से जुड़ी रहें, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और बाल विवाह जैसी कुप्रथा से बच सकें।
बाल विवाह के दुष्परिणामों पर भी हुई चर्चा
कार्यक्रम के दौरान मातृ मृत्यु दर (MMR), शिशु मृत्यु दर (IMR), कुपोषण, और जन्म से होने वाली विकलांगता जैसे गंभीर विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने समझाया कि कम उम्र में विवाह करना न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह बच्चियों के उज्ज्वल भविष्य में भी बाधा बनता है।
समुदाय की सक्रिय भागीदारी
इस मौके पर पंचायत प्रतिनिधि, शिक्षक, महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चाइल्डलाइन और जन निर्माण केंद्र की टीम के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। सभी ने बाल विवाह उन्मूलन और बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के इस अभियान को सफल बनाने की अपील की।