किशनगंज/दिघलबैंक : मदरसा 507 अलहासना में शिक्षक बहाली के दौरान जमकर मारपीट..

किशनगंज-दिघलबैंक/फरीद अहमद, किशनगंज जिला के दिघलबैंक प्रखंड अंतर्गत पदमपुर मदरसा नं 507 अलहासना में मंगलवार को मदरसा कमेटी द्वारा रिक्त पदों की बहाली के लिए लिखित परीक्षा तथा मोखिक इंटरव्यू लेना तय किया गया था। समय पर आवेदन किए गए अभ्यर्थी भी मदरसा में पहुंच गए, बाहर से आए हुए एक्सपर्ट भी मदरसा अलहासना में इंटरव्यू लेने के लिए पहुंच गए थे, प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी अभ्यार्थी लिखित परीक्षा देने के लिए परीक्षा हॉल में घुसे तभी अचानक से चिल्लाने हो हंगामे की आवाज सुनाई दी धीरे-धीरे मदरसे के अंदर उपस्थित सभी लोग इकट्ठा हो गए उसके बाद दो पक्षों के बीच में मारपीट शुरू हो गया,
मारपीट के बाद जब हो हंगामे और जोर जोर से चिल्लाने की आवाज जब ग्रामीणों के कानों तक पहुंची तो आसपास के स्थानीय ग्रामीण भी मदरसे में पहुंच गए। जिनके साथ मारपीट की गई थी उनके परिजन मदरसे के अंदर घुसकर इंसाफ की गुहार लगाते हुए धरने पर बैठ गए। हालांकि इस दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन मारपीट के वक्त मौके पर मौजूद नहीं थी।
दो पक्षों की मारपीट के बाद हो हंगामा होने लगा तब स्थानीय पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराने में जुट गई, इस दौरान मदरसा के कमेटी टीम व बुद्धिजीवियों द्वारा दो पक्षों के मारपीट के मामले का निपटारा करने के लिए मदरसे के अंदर ही पंचायत बैठा दी, इस दौरान मदरसे में जो भी लोग थे उन्हीं के मौजूदगी में कमेटी के लोग प्रधानाध्यापक सहित सभी लोगों ने दो पक्षों में हुई मारपीट का पंचायती कर मामले को हल कराने में लग गए।
इस दौरान मौके पर स्थानीय पुलिस बल भी मौजूद रहीं। हैरानी की बात तो यह है कि उस समय पत्रकार को मदरसा के अंदर जाने से मना कर दिया गया।पत्रकारों का अंदर जाकर फोटोग्राफी करना या मारपीट के बारे में कवरेज करने की अनुमति उक्त मदरसा के प्रधानध्यापक द्वारा नहीं दी गई, संवाददाता के बार बार बोलने के बाद भी मदरसा के प्रधानाध्यापक ने संवाददाता को कवरेज करने की अनुमति नहीं दी, तब संवाददाता ने अपने जिम्मेदारी को समझते हुए सच दिखाने के लिए किसी तरह से संवाददाता ने बाहर से ही फोटो लिया। पंचायत पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मदरसे के अंदर ही की गई।