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जिलाधिकारी द्वारा डीआरसीसी का निरीक्षण किया गया, संचालित योजनाओं की समीक्षा की गयी…

योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु पदाधिकारियों को सजग एवं तत्पर रहने का डीएम ने दिया निदेश

त्रिलोकी नाथ प्रसाद: जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज छज्जुबाग स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र (डीआरसीसी) का निरीक्षण किया गया तथा यहाँ से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। यह एक पूर्व-निर्धारित निरीक्षण था।

डीएम डॉ सिंह द्वारा आवेदकों से बात की गयी तथा सेवाओं की उपलब्धता के बारे में फीडबैक लिया गया।

डीएम डॉ सिंह ने ’’विकसित बिहार के सात निश्चय’’ अंतर्गत ‘आर्थिक हल, युवाओं को बल’ के तहत डीआरसीसी से संचालित तीनों योजनाओं-बिहार स्टूडेण्ड क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम- में अद्यतन प्रगति का जायजा लिया तथा आवश्यक निदेश दिया।

समीक्षा में डीएम डॉ सिंह ने पाया कि बिहार स्टूडेण्ड क्रेडिट कार्ड योजना के तहत योजना के प्रारंभ की तिथि से दिनांक 28/2/2025 तक 98153.25 लाख (लगभग 981.53 करोड़) रूपया की राशि स्वीकृत की गई है। 30568 स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड निर्गत किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा) को निदेशित किया कि बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड से समन्वय स्थापित कर लंबित आवेदनों को भी यथाशीघ्र निष्पादित कराएँ ताकि छात्र-छात्राओं को इसका लाभ शीघ्र मिल सके।

मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के क्रियान्वयन की अच्छी स्थिति पायी गई। इसके अंतर्गत 31632 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है तथा 31211 आवेदकों के खाता में 46 करोड़ 40 लाख 79 हजार रुपये की राशि हस्तांतरित कर दी गई है। शेष प्रक्रियाधीन है। डीएम डॉ. सिंह ने वरीय पदाधिकारी जिला निबंधन एवं एवं परामर्श केन्द्र, पटना को शेष आवेदनों को भी शीघ्र निष्पादित कराने का निदेश दिया।

कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत 120918 आवेदन स्वीकृत किया गया है। इसमें अभी तक 89,012 व्यक्तियों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। शेष लोगों का प्रशिक्षण जारी है। कुछ लोग प्रतीक्षारत हैं। जिले में कुल 87 कौशल प्रशिक्षण केन्द्र संचालित है। विभिन्न कारणों से 9 प्रशिक्षण केन्द्र क्रियाशील नहीं है। डीएम डॉ. सिंह ने जिला योजना पदाधिकारी को कुशल युवा कार्यक्रम का लगातार अनुश्रवण करने का निदेश दिया ताकि सभी लोगों को ससमय प्रशिक्षण मिल सके। साथ ही जिला नियोजन पदाधिकारी को श्रम संसाधन विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए बंद कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों को शीघ्र शुरू कराने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा विभिन्न पंजियों तथा अभिलेखों का निरीक्षण किया गया। डीआरसीसी में अभिलेखों के विधिवत संधारण पर उन्होंने खुशी व्यक्त की।

डीआरसीसी में कर्मियों की हाजिरी दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली क्रियाशील है। डीएम डॉ सिंह ने बायोमेट्रिक उपस्थिति का लगातार पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी द्वारा डीआरसीसी में कॉमन सर्विस सेन्टर(सीएससी) ई-गवर्नेंस सर्विस सेन्टर का निरीक्षण किया गया तथा आधार पंजीकरण, अद्यतीकरण एवं अन्य सेवाओं को प्रदान करने की प्रक्रिया तथा सुविधा का जायजा लिया गया। उन्होंने प्रबंधक को आवेदकों को सेवा प्रदान करने में टोकन सिस्टम लागू करने का निदेश दिया ताकि सुव्यवस्थित एवं क्रमबद्ध ढंग से सेवा उपलब्ध करायी जा सके।

विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह द्वारा डीआरसीसी का नियमित तौर पर निरीक्षण एवं संचालित योजनाओं की समीक्षा की जाती है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहें।

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