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डीएम ने की शिक्षा विभाग की समीक्षा….

कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय में शत-प्रतिशत नामांकित बालिकाओं को हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराएँः डीएम ने दिया निदेश
10 जुलाई से 30 जुलाई तक प्रवेशोत्सव, डीएम ने दिया लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने का निदेश
लक्ष्य के अनुसार शत-प्रतिशत विद्यालयों को पोषण योजना से आच्छादित करने का डीएम ने दिया निदेश
गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी संबंधित पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंगेः डीएम
त्रिलोकी नाथ प्रसाद- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय में शत-प्रतिशत नामांकित बालिकाओं को हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराने तथा लक्ष्य के अनुसार सभी विद्यालयों को पीएम पोषण योजना से आच्छादित करने का निदेश दिया है। वे आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के जिला-स्तरीय बैठक में प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। विद्यालयों का सफल संचालन तथा योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना सभी पदाधिकारियों का दायित्व है। इसके लिए सभी को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहना होगा।
आज की बैठक में डीएम डॉ. सिंह द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा की गई तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। जिले के शैक्षणिक परिदृश्य, नामांकन, शिक्षकों की संख्या, सर्व शिक्षा अभियान का क्रियान्वयन, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का संचालन एवं निरीक्षण, प्रधानमंत्री पोषण योजना के संचालन की स्थिति, खाद्यान्न उठाव, समग्र शिक्षा, शौचालय, छात्रवृत्ति, पोशाक, साईकिल, मेधावृत्ति योजना, मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम, समावेशी शिक्षा, शिक्षा का अधिकार अधिनियम का क्रियान्वयन, शिक्षक प्रशिक्षण, विद्यालयों में असैनिक कार्य सहित विभिन्न पहलुओं पर प्रगति की समीक्षा की गई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना श्री अमित कुमार द्वारा जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया गया  कि जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में दिए गए निदेशों का सम्यक अनुपालन किया गया है। सभी 33 कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों का जिला-स्तर से गठित टीम द्वारा निरीक्षण किया गया है। माहवारी स्वच्छता प्रबंधन कार्यक्रम के तहत पटना जिला अन्तर्गत कुल 40 मध्य एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सैनिटरी पैड मशीन एवं भस्मक मशीन का अधिष्ठापन करने का निदेश दिया गया था। इसके आलोक में दिनांक 03 जुलाई, 2023 तक 38 मध्य/माध्यमिक विद्यालयों में इसका अधिष्ठापन किया जा चुका है। शेष विद्यालयों में इसे शीघ्र पूरा किया जाएगा। दो विद्यालयों को छोड़कर शत-प्रतिशत विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति का गठन कर लिया गया है। शेष दो विद्यालयों में भी गठन प्रक्रियाधीन है। 97 प्रतिशत पुस्तकों का वितरण हो चुका है। विद्यालयों में मनरेगा से चहारदीवारी का निर्माण तथा वृक्षारोपण एवं गैबियन बनाने का कार्य तेजी से हो रहा है। भवनहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को नजदीकी विद्यालयों में स्थानांतरित करने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा करें। जिला खनिज फाउण्डेशन की राशि से विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण कार्य करें। कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों में नामांकन के विरूद्ध उपस्थित बालिकाओं का समूह बीमा कराएँ। उनका नियमित स्वास्थ्य जाँच कराएँ तथा शत-प्रतिशत नामांकित बालिकाओं को हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराएँ।
डीएम डॉ. सिंह ने प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्षों एवं शौचालयों का निर्माण तथा विद्युतीकरण कार्य में प्रगति लाकर इसे ससमय पूर्ण करने का निदेश दिया। उन्होंने निदेश दिया कि एक महीना के अंदर शौचालय निर्माण के लंबित कार्य को पूरा करें। अपर समाहर्ता से समन्वय कर विद्यालयों के लिए भूमि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निदेश दिया गया। उन्होंने विद्यालयों में स्वच्छता सुनिश्चित करने हेतु डेडिकेटेड व्यवस्था करने का निदेश दिया।
दिनांक 10 जुलाई, 2023 से दिनांक 30 जुलाई, 2023 की अवधि में पटना जिला के सभी माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रवेशोत्सव-विशेष नामांकन अभियान का आयोजन किया जाना है। इसमें वार्षिक परीक्षा 2023 में उत्तीर्ण कक्षा 8 के शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं का कक्षा 9 में नामांकन सुनिश्चित कराना है। डीएम डॉ. सिंह ने उप विकास आयुक्त को इस अभियान का वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार करने एवं संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करने का निदेश दिया है। साथ ही उन्होंने पोषक क्षेत्र के शिक्षा सेवक, तालिमी मरकज, जीविका समूहों सहित विद्यालय स्तर पर विद्यालय शिक्षा समिति/विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समिति की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि अभियान के पश्चात सभी माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक यह प्रमाण-पत्र देंगे कि उनके पोषक क्षेत्र में 8वीं कक्षा उŸाीर्ण कोई भी छात्र-छात्रा अनामांकित नहीं है। डीएम डॉ. सिंह ने इस विशेष नामांकन अभियान का नियमित तौर पर अनुश्रवण करने का निदेश दिया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पूरे जिले में पीएम पोषण योजना से आच्छादन हेतु एवं आच्छादित विद्यालयों की संख्या क्रमशः 3,147 एवं 3,105 है। 9,127 रसोईया-सह-सहायक कार्यरत है। रसोईया-सह-सहायक का मानदेय भुगतान अद्यतन है। डीएम डॉ. सिंह ने इस पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि रसोइया पीएम पोषण योजना के मुख्य आधार-स्तंभ हैं। भविष्य में भी उनका मानदेय भुगतान समय से किया जाए। उन्होंने पीएम पोषण योजना से अनाच्छादित 42 विद्यालयों में इसे नियमानुसार शीघ्र शुरू कराने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम को खाद्यान्न के कारण प्रभावित 14 विद्यालयों में एक सप्ताह के अंदर समस्या का समाधान करने का निदेश दिया। उन्होंने कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी, पूर्वी एवं पश्चिमी को पेयजल के कारण प्रभावित 17 विद्यालयों में 07 दिन के अंदर समाधान करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रभार के कारण प्रभावित चार विद्यालयों में 24 घंटा के अंदर प्रभार की समस्या हल करने का निदेश दिया। रसोईया के कारण प्रभावित दो विद्यालयों में प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों की सहायता से जिला शिक्षा पदाधिकारी को पीएम पोषण योजना शुरू करने का निदेश दिया गया। विद्यालय शिक्षा समिति के गठन के कारण प्रभावित तीन विद्यालयों में अनुमंडल पदाधिकारियों के मार्ग-दर्शन में पीएम पोषण योजना शुरू कराने का निदेश दिया गया। डीएम डॉ. सिंह द्वारा उप विकास आयुक्त को इस सम्पूर्ण प्रक्रिया का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पोषण योजना से अनाच्छादित विद्यालयों का गहन पर्यवेक्षण करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि पेयजल के कारण, विद्यालय शिक्षा समिति गठन के कारण अथवा अन्य किसी भी कारण से यह योजना प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के निदेशानुसार भवनहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को निकटतम विद्यालयों में स्थानांतरित करना है। इसके लिए उप विकास आयुक्त के मार्ग-दर्शन में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्य करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में नामांकन के लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि की समीक्षा की। जिले में कुल 33 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित है। नामांकन के लक्ष्य 3,700 के विरूद्ध नामांकन में उपलब्धि 3,134 है। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि  छात्राओं की औसतन उपस्थिति 80 प्रतिशत है। 2768 बालिकाओं को हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में नामांकन लक्ष्य के विरूद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने, स्वास्थ्य जाँच कराने, हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराने तथा छात्रवृŸिा प्रदान कराने का निदेश दिया। उन्होंने कक्षा से 9 से 12 तक नामांकन में विशेष ध्यान देने का निदेश दिया। उन्होंने बालिकाओं के शैक्षणिक संवर्द्धन के साथ-साथ दैनिक जीवन की आवश्यक भौतिक सुविधाएँ की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया। छात्रावास के नियमित रख-रखाव एवं मरम्मति के साथ-साथ खेल सामग्री तथा उपस्कर, टेलिविजन, कम्प्यूटर, डिस्पोजल मशीन इत्यादि उपलब्ध रहना चाहिए।  डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों को इन विद्यालयों का नियमित तौर पर निरीक्षण करने का निदेश दिया। साथ ही निरीक्षण के उपरांत प्राप्त जाँच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने इस बैठक में समावेशी शिक्षा की समीक्षा की। सर्वेक्षित दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता के प्रमाणीकरण एवं उन्हें अन्य सुविधाएँ प्रदान करने हेतु शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में निर्मित समेकित कार्य योजना के क्रियान्वयन हेतु प्रखंड स्तरों पर विशेष शिविर का आयोजन हो रहा है। 5,495 के लक्ष्य के विरूद्ध शिविर में अबतक 3604 दिव्यांग बच्चे निबंधित हुए। सभी 3604 बच्चों की जाँच की गई। अभी तक 1,535 दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बना है। शेष प्रक्रियाधीन है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा उप विकास आयुक्त को शिविरों के आयोजन एवं प्रगति का नियमित अनश्रवण करने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति में प्रगति की समीक्षा की। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पटना अवस्थित शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत आवेदकों से प्राप्त आवेदन पत्रों में 2,308 संस्था स्तर पर तथा 9,510 आवेदन फिजिकल कमिटी स्तर पर लंबित है। जिलाधिकारी द्वारा स्थिति पर खेद व्यक्त करते हुए उप विकास आयुक्त को इसका अनुश्रवण कर प्रगति लाने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि पटना अवस्थित कुल 472 शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत आवेदकों से प्राप्त आवेदन पत्रों के भौतिक सत्यापन हेतु प्रखंड कल्याण पदाधिकारियों तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के नेतृत्व में 30 संयुक्त जाँच दल गठित है। उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में जिला शिक्षा पदाधिकारी जाँच दल के सभी पदाधिकारियों का तुरत बैठक बुलाएँ तथा कार्यों में प्रगति लाएँ।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा मुख्यमंत्री बालक/बालिका प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री मेधावृŸिा योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोŸार छात्रवृŸिा योजना का विभाग के निदेशानुसार तत्परता से क्रियान्वयन करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा निदेश दिया गया कि सभी विद्यालयों में शौचालय तथा पेयजल की सुदृढ़ व्यवस्था होनी चाहिए।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जिला, अनुमण्डल एवं प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों का जिला स्तर से टीम गठित कर विद्यालयों का समय-समय पर जाँच कराया जाता है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को विद्यालयों का नियमित तौर पर पूर्व निर्धारित एवं औचक निरीक्षण करने का निदेश दिया। साथ ही जाँच प्रतिवेदन के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई करने का भी निदेश दिया गया।

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