कार्य तेजी लाने का डीएम ने दिया निदेश* –

केवल उसना राइस मिलर ही धान अधिप्राप्ति कार्य हेतु संबद्ध: डीएम*
गुणवत्तापूर्ण धान अधिप्राप्ति के लिए एसडीओ, बीडियो, सीओ अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत जिम्मेवार होंगेः डीएम
धान अधिप्राप्ति सफलतापूर्वक करें, किसानों को धान बिक्री करने में कोई कठिनाई न होः डीएम
त्रिलोकी नाथ प्रसाद– जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में धान अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की बैठक हुई। उन्होंने धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया में तेजी लाने का निदेश दिया। साथ ही उन्होंने पैक्स को राईस मिल से टैगिंग की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत प्रखंडों के माहवार निर्धारित लक्ष्य के अनुसार धान अधिप्राप्ति करने के लिए नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पटना जिला में कुल 331 पैक्स एवं 24 व्यापारमंडल है। कुल चयनित पैक्सों/व्यापारमंडल की संख्या 268 है जिसमें 264 पैक्स तथा 04 व्यापारमंडल शामिल है। इस वर्ष ऑनलाईन कुल निबंधित किसानों की संख्या 46112 (15176 रैयत एवं 30936 गैर रैयत) है। जिला का धान उत्पादन 5.81 लाख मे.टन है। नमी मापक यंत्र की संख्या 267, बैंक से कैश क्रेडिट स्वीकृति 95.19 करोड़, अबतक कुल सक्रिय समितियाँ 73, अबतक धान खरीद का मूल्य @2040/क्विंटल 3,52,10,767 रुपये तथा अबतक कुल धान खरीद 1726.018 मे. टन है। 72 किसानों को 10774199.45 रुपये बैंक से भुगतान किया गया है।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को अअंकेक्षित पैक्स/व्यापार मंडल का शीघ्र अंकेक्षण सुनिश्चित कराने का निदेश दिया ताकि अधिक से अधिक संख्या में पैक्स/व्यापार मंडलों को क्रियाशील किया जा सके जिससे किसानों को धान बिक्री करने में कोई कठिनाई न हो।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया कि धान की अधिप्राप्ति तीव्र गति से की जाय। यह भी निदेश दिया गया कि चयनित सभी क्रय केन्द्रों पर आवश्यक सामग्री का चेक लिस्ट बना लें एवं सभी क्रय केन्द्रों पर बैनर लगा रहे ताकि किसानों के बीच इसका व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा निदेश दिया गया कि पंजीकृत किसानों से क्रय किये गये धान का मूल्य किसानों को पीएफएमएस के माध्यम से क्रय के बाद तत्काल (48 घंटों के अन्दर) भुगतान की जाय। किसी भी परिस्थिति में किसानों से क्रय किये गये धान का बकाया नहीं रखा जाय और कैश अथवा वायदा आधारित क्रय पर भी निगरानी रखी जाय। सभी पदाधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण कर इसे सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा सरकार के निर्देश के आलोक में केवल उसना राईस मिलों का ही निबंधन किया जाना है तथा उन्ही मिलों में अधिप्राप्ति कार्य हेतु संबद्ध किया जाना है।
डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि धान क्रय की रिर्पाेटिंग मोबाईल ऐप के माध्यम से प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से प्राप्त कर समेकित प्रतिवेदन जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा दैनिक रूप से जिला आपूर्ति कार्यालय को उपलब्ध कराया जायेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, पटना जिला अपने क्षेत्रान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण अधिप्राप्ति हेतु जिम्मेवार होंगे। उक्त क्रम में वे क्रय केन्द्रों पर नियमित निरीक्षण करते हुए विभागीय निदेशों का सख्ती से अनुपालन करायेगें। किसी भी परिस्थिति में ऑनलाईन चयनित किसानों से ही धान क्रय किया जाए। बिचौलिये या अन्य कोई संगठन से क्रय किये जाने का मामला प्रकाश में आने पर इसे गंभीरता से लिया जाएगा। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि सभी प्रखण्डों के नोडल पदाधिकारी सरकार के निदेशानुसार सप्ताह में तीन दिन क्षेत्र का भ्रमण कर क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करेगें एवं क्षेत्र भ्रमण कर धान बिक्री करने वाले किसानों से साक्षात्कार कर सत्यापन करेगें एवं प्रतिवेदन समर्पित करेगें। यह भी सुनिश्चित किया जाय कि मात्र उसना राईस मिलों को ही अधिप्राप्ति कार्य में संबद्ध किया जाय।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी संबद्ध पदाधिकारियों को धान अधिप्राप्ति कार्य में सजग एवं तत्पर रहने का निदेश दिया है।
डीपीआरओ, पटना