धान अधिप्राप्ति कार्य में तेजी लाने का डीएम ने दिया निदेश..

धान अधिप्राप्ति सफलतापूर्वक करें, किसानों को धान बिक्री करने में कोई कठिनाई न होः डीएम
क्रय किए गए धान के विरूद्ध किसानों को राशि का त्वरित भुगतान करें: डीएम
गुणवत्तापूर्ण धान अधिप्राप्ति के लिए एसडीओ, बीडियो, सीओ अपने-अपने क्षेत्रा अंतर्गत जिम्मेवार होंगेः डीएम
त्रिलोकी नाथ परसाद – जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में धान अधिप्राप्ति में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया में तेजी लाने तथा क्रय किए गए धान के विरूद्ध किसानों को राशि का त्वरित भुगतान करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रतिदिन दैनिक लक्ष्य के अनुसार चार हजार से पाँच हजार मे.टन धान का क्रय किया जाए। जिला सहकारिता पदाधिकारी इसका अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समयबद्ध ढंग से गुणवत्तापूर्ण धान अधिप्राप्ति कार्य का संचालन करें।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत प्रखंडों के माहवार एवं दैनिक निर्धारित लक्ष्य के अनुसार धान अधिप्राप्ति करने के लिए नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पटना जिला में कुल 331 पैक्स एवं 24 व्यापारमंडल है। कुल चयनित पैक्सों/व्यापारमंडल की संख्या 283 है जिसमें 277 पैक्स तथा 06 व्यापारमंडल शामिल है। अधिप्राप्ति वर्ष 2022-23 अंतर्गत धान की बिक्री हेतु अबतक 61463 किसानों द्वारा ऑनलाईन निबंधन किया गया है जिसमें 19468 रैयत एवं 41995 गैर रैयत है। जिला का धान उत्पादन 5.81 लाख मे.टन है। सांकेतिक धान खरीद का लक्ष्य 2,15,948 मे.टन है। नमी मापक यंत्र की संख्या 283 तथा बैंक से कैश क्रेडिट स्वीकृति 175.91 करोड़ है। अबतक कुल 279 सक्रिय समितियों के माध्यम से ऑनलाईन पंजीकृत कुल 8512 किसानों से 57,765.061 मे. टन धान क्रय किया गया है जो कुल लक्ष्य का 26.75 प्रतिशत है। 283 पैक्सों का अंकेक्षण कर लिया गया है। 12 मिल का सत्यापन कर लिया गया है। 277 पैक्सों को राईस मिल से टैग किया गया है। एसएफसी से पैक्स को भुगतान की गई राशि 1,83,65,413.60 रुपया है।
आज 2473.430 मे. टन धान का क्रय किया गया। डीएम डॉ. सिंह ने इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए प्रतिदिन दैनिक लक्ष्य के अनुसार चार हजार से पाँच हजार मे.टन धान का क्रय करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि जिला सहकारिता पदाधिकारी इसका अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा क्रय किए गए धान के विरूद्ध किसानों को राशि के भुगतान किए जाने की प्रक्रिया में अपेक्षित तेजी लाने का निर्देश दिया तथा किसानों के लंबित राशि का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से 48 घंटे के अंदर करने का प्रबंध निदेशक, पाटलिपुत्र को-ओपरेटिव बैंक, पटना को निदेश दिया गया। क्रय किए गए धान का मूल्य 2,040 रुपया/क्विंटल की दर से कुल भुगतेय राशि 1,17,84,07,244 रुपये के विरूद्ध 1958 किसानों को 29,63,74,210 रुपये बैंक से भुगतान किया गया है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए दो दिनों के अंदर भुगतान का बैकलॉग खत्म करने तथा अद्यतन करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में किसी भी किसान का भुगतान लंबित न रहे।
समीक्षा में पाया गया कि कुल एफआरके 88 लॉट के विरूद्ध अबतक कुल सीएमआर गिराव 1,288.760मे.टन (44 लॉट) है। डीएम डॉ. सिंह ने इस पर खेद व्यक्त किया तथा जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी को गैप शून्य करने का निदेश दिया। उन्होंने निदेश दिया कि जिनको भी एफआरके दिया गया है वे सीएमआर गिराव हर हाल में सुनिश्चित करें।
डीएम डॉ. सिंह ने दैनिक निर्धारित लक्ष्य के अनुसार सभी प्रखंडों में धान क्रय करने का निदेश दिया। यदि किसी भी पैक्स/व्यापार मंडल के द्वारा अधिप्राप्ति कार्य का विरोध किया जाता है तो उसे चिन्ह्ति कर विधिसम्मत आवश्यक कार्रवाई करें। साथ ही उसके पैक्स के लक्ष्य को किसानों की सुविधा के मद्देनजर बगल के पैक्स को हस्तांतरित करने की कार्रवाई करें। उन्होंने जिला सहकारिता पदाधिकारी को भ्रमणशील रहकर धान अधिप्राप्ति में आ रही बाधा को तुरत दूर करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी अनुमोदित समितियों को सीसी लिमिट उपलब्ध कराकर अविलंब धान क्रय प्रारंभ कराना सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम तथा जिला सहकारिता पदाधिकारी को आपस में समन्वय स्थापित कर पैक्स/व्यापार मंडल तथा मिलरों के बीच एकरारनामा कराते हुए फोर्टिफायड उसना चावल का गिराव कराना सुनिश्चित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने सभी पैक्सों एवं मिलों के टैगिंग कार्य को भी तेजी से करने का निदेश दिया। उन्होंने जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम तथा जिला सहकारिता पदाधिकारी को आपस में समन्वय स्थापित कर सम्बद्ध मिलों एवं पैक्सों के बीच एकरारनामा कराते हुए अधिप्राप्त धान के विरूद्ध अविलंब अग्रिम फोर्टिफायड चावल प्राप्त करने की कार्रवाई सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम तथा जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया कि अनुमंडलवार भ्रमण कर अधिप्राप्ति कार्य में हो रहे बाधा का निराकरण करते हुए धान/फोर्टिफायड उसना चावल अधिप्राप्ति दैनिक लक्ष्य के अनुसार तीव्र गति से कराना सुनिश्चित की जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि धान क्रय की रिर्पाेटिंग मोबाईल ऐप के माध्यम से प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से प्राप्त कर समेकित प्रतिवेदन जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा दैनिक रूप से जिला आपूर्ति कार्यालय को उपलब्ध कराया जायेगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, पटना जिला अपने क्षेत्रान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण अधिप्राप्ति हेतु जिम्मेवार होंगे। उक्त क्रम में वे क्रय केन्द्रों पर नियमित निरीक्षण करते हुए विभागीय निदेशों का सख्ती से अनुपालन करायेगें। किसी भी परिस्थिति में ऑनलाईन चयनित किसानों से ही धान क्रय किया जाए। बिचौलिये या अन्य कोई संगठन से क्रय किये जाने का मामला प्रकाश में आने पर इसे गंभीरता से लिया जाएगा। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि सभी प्रखण्डों के नोडल पदाधिकारी सरकार के निदेशानुसार सप्ताह में तीन दिन क्षेत्र का भ्रमण कर क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करेगें एवं क्षेत्र भ्रमण कर धान बिक्री करने वाले किसानों से साक्षात्कार कर सत्यापन करेगें एवं प्रतिवेदन समर्पित करेगें।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रतिवेदन से स्पष्ट होता है कि जिला सहकारिता पदाधिकारी धान अधिप्राप्ति कार्य में शिथिलता बरत रहे हैं। उनका अपेक्षित योगदान पता नहीं चल रहा है। डीएम डॉ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी के विरूद्ध स्पष्टीकरण करते हुए कार्यों में तत्परता प्रदर्शित करने का निदेश दिया।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी संबद्ध पदाधिकारियों को धान अधिप्राप्ति कार्य में सजग एवं तत्पर रहने का निदेश दिया है।
डीपीआरओ, पटना