जिलाधिकारी, पटना ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के जान-माल की सुरक्षा एवं ससमय राहत पहुँचाना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। बाढ़-प्रभावित व्यक्तियों के आवागमन के लिए कुल 98 नावों का परिचालन कराया जा रहा है।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद। इसे आवश्यकतानुसार बढ़ाया जाएगा। अनुमंडल पदाधिकारियों; अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों एवं अंचल अधिकारियों को नावों के परिचालन में निर्धारित मानकों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है ताकि लोगों की सुरक्षा हर-हाल में सुनिश्चित रहे।
जिलाधिकारी के निदेश पर अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर द्वारा आज पंजीकृत नाविकों के साथ बैठक की गई। सभी को एसओपी का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। क्षमता से ज्यादा लोगों को किसी भी हालत में नहीं बैठाने का निर्देश दिया गया। अपराह्न 6 बजे के बाद किसी भी नाव का परिचालन नहीं होगा। इसका उल्लंघन किए जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। पूर्व में नाविकों को लाइफ जैकेट दिया गया था। उसकी जांच की गई एवं अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। सभी लाइफ जैकेट मानकों के अनुरूप पाया गया।