जिलाधिकारी, पटना द्वारा पुनपुन नदी पर लक्ष्मण झूला समतुल्य केबल सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण किया गया तथा कार्यां में प्रगति की समीक्षा की गई

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता को इसे दो माह के अंदर पूर्ण करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुनपुन में विश्व-प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पितृपक्ष मेला का आयोजन होता है। इसमें देश-विदेश से हजारों संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक आते हैं। राज्य सरकार इसे पर्यटन के दृष्टिकोण से विश्वपटल पर लाने के लिए दृढ़संकल्पित है। पुनपुन पिंडदान स्थल पर लक्ष्मण झूला का निर्माण हो जाने से श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को आवागमन में काफी सहायता मिलेगी तथा पुनपुन का पर्यटकीय दृष्टिकोण से विकास होेगा। आज के निरीक्षण में पाया गया कि पुल निर्माण निगम द्वारा काफी तेजी से कार्य किया जा रहा है। लगभग 90 प्रतिशत कार्य हो गया है। शेष 10 प्रतिशत कार्य को भी शीघ्र पूरा करने का निदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसबार पुनपुन अंतर्राष्ट्रीय पितृपक्ष मेला से पूर्व श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को लक्ष्मण झूला की सुविधा प्राप्त हो जाएगी। कार्यपालक अभियंता, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड को इसे ध्यान में रखते हुए कार्यों को ससमय गुणवत्तापूर्ण ढंग से सम्पन्न करने का निदेश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुल की लंबाई 320 मीटर एवं चौड़ाई 11.5 मीटर है। यह बिहार का पहला लाईट वेहिकल केबल सस्पेंशन ब्रिज है। इसमें केबल की संख्या 18 है। सस्पेंशन डेक की लंबाई 120 मीटर, वायडेड वायाडक्ट की लंबाई 200 मीटर तथा सम्पर्क पथ की लंबाई 135 मीटर है। पायलॉन की ऊँचाई 100 फीट रहेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध है।