पटना समाहरणालय में जिला जनता दरबार का आयोजन, जिलाधिकारी ने 83 परिवादियों के पास स्वयं जाकर उनकी समस्याएं सुनी
अनेक मामलों का ‘ऑन द स्पॉट' निष्पादन।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/पदाधिकारीगण *पारदर्शिता, उत्तरदायित्व एवं संवेदनशीलता के साथ जन–शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण समाधान करें: ज़िलाधिकारी ने दिया निदेश*
पटना समाहरणालय में जिला जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने 83 परिवादियों के पास स्वयं जाकर उनकी समस्याएं सुनी तथा समाधान हेतु पदाधिकारियों को निर्देशित किया। अनेक मामलों का ‘ऑन द स्पॉट’ निष्पादन किया गया।
आवेदक श्री संजीव कुमार सहाय द्वारा भूमि के आधार सीडिंग में लगातार समस्या आने के संबंध में परिवाद दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा अंचल अधिकारी, दानापुर को दूरभाष पर मामले का अविलंब निष्पादन करने का निदेश दिया गया। अंचल अधिकारी ने आधा घंटा के अंदर मामले को विधिवत निष्पादित करते हुए परिवादी को मोबाइल पर सूचना दे दी। आवेदक ने जिला प्रशासन, पटना के त्वरित कार्रवाई पर हर्ष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी के प्रति आभार प्रकट किया।
https://x.com/dm_patna/status/1953402476402790657?t=sSOx6FW_xUs_MiaEBubOAw&s=08
परिवादी श्री सुजीत कुमार द्वारा बीपीसीएल के रिटेल आउटलेट के लिए मौजा दोगड़ा, अंचल बिहटा में अंतिम एनओसी शीघ्र निर्गत करने हेतु आवेदन दिया गया था। जिलाधिकारी द्वारा अपर जिला दंडाधिकारी (सामान्य) को विधिवत कार्रवाई करते हुए मामले को शीघ्र निष्पादित करने का निदेश दिया गया।
आवेदिका सुनीता देवी द्वारा मौजा विष्णुपुरा, अंचल बिहटा में दानापुर-बिहटा एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजा भुगतान में दो वर्षों से दौड़ लगाने के बावजूद भुगतान नहीं होने की बात कही गई। जिलाधिकारी द्वारा जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को नियमानुसार अविलंब भुगतान करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सभी शिकायतों पर संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र विधिवत कार्रवाई कर कृत कार्रवाई प्रतिवेदन देने का आदेश दिया। उन्होने कहा कि अगर किसी पदाधिकारी द्वारा जान-बूझकर मामले को लंबित रखा जाता है तो उसके विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि *पदाधिकारीगण जनहित के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। पारदर्शिता, उत्तरदायित्व एवं संवेदनशीलता के साथ जन–शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण समाधान* करें।